बैतूल{25 July Ko Khulega Tender} – जिले में रेत का कारोबार करने वाली सतना की कंपनी उमा रेसीडेंसी ने आखिरकार एक साल पहले ही रेत ठेका सरेंडर कर दिया है। 2019 में पूरे जिला का रेत ठेका लेने वाली इस कंपनी की शुरूवात विवादों से ही हुई थी। कुछ महीने कार्य ठीकठाक चला उसके बाद रेत ठेके में शामिल हुए पार्टनर अलग-अलग होने लगे। स्थिति यह हुई बमुश्किल एक साल चलने के बाद उमा रेसीडेंसी ने रेत ठेके में नए पार्टनर शामिल किए। यह भी कुछ दिन चले और इन्होंने भी साथ छोड़ दिया। आखिरकार कंपनी को एक साल पहले रेत ठेका छोडऩा पड़ा। खनिज विभाग ने बचे एक साल के लिए नए टैंडर बुलाए हैं। जिसकी आखरी तारीख 20 जुलाई थी। नए टैंडर 25 जुलाई को खोले जाएंगे।
47 खदानें हैं बैतूल में
बैतूल जिले में रेत की 47 खदान हैं जिसको लेकर नई नीति के तहत पूरे जिले का एक साथ हुआ था। 2019 में उमा रेसीडेंसी ने सबसे ज्यादा 33 करोड़ में यह ठेका लिया था। इसके बाद एक साल तक उमा रेसीडेंसी ने अपने पार्टनरों के साथ बैतूल जिले में रेत का कारोबार किया। ठेका महंगा होने के कारण रेत भी महंगी हो गई थी जिसके कारण उमा रेसीडेंसी को उस समय विपक्ष में रहने वाली भाजपा का विरोध झेलना पड़ा था। इसी विरोध के चलते जिले के एक पार्टनर इस कंपनी से बाहर हो गए थे। इसके बाद कोरोना काल में लाकडाऊन के लगते ही उमा रेसीडेंसी ने हाथ खड़े कर दिए। और रेत का पूरा कार्य बालाघाट के एक रेत कारोबारी को सौंप दिया गया था। कुछ महीने मुश्किल से काम करने के बाद बालाघाट का रेत कारोबारी भी काम छोडक़र भाग गया।
दिग्गज रहे पार्टनर
रेत कारोबार में उमा रेसीडेंसी के साथ बड़े व्यापारियों के अलावा राजनैतिक क्षेत्रों में दखल रखने वाले दिग्गज भी पार्टनर रहे। चर्चा है कि एक बैतूल के बाहर और दो बैतूल के अंदर के कद्दावर लोग भी रेत के ठेके में पार्टनर रहे हैं। पूरे समय यह पार्टनरशिप नहीं चल पाई।
उमा रेसीडेंसी का ठेका 30 जून 2023 तक था। लेकिन कंपनी ने मध्यप्रदेश राज्य खनिज निगम को नुकसान होने का हवाला देते हुए एक साल पहले ही ठेका सरेंडर करने का आवेदन दे दिया। और उमा रेसीडेंसी का 30 जून 2022 को ही ठेका समाप्त हो गया। खनिज सूत्रों का कहना है कि ठेका समाप्त होने के बाद उनके द्वारा डंप की गई रेत नियमानुसार एक माह मतलब 31 जुलाई तक बेची जा सकती है। इसके बाद खनिज विभाग निर्णय लेगा। खनिज सूत्रों का कहना है कि 2021-22 में इस कंपनी के द्वारा 42 करोड़ से ज्यादा की रायल्टी जमा की है।
25 को खुलेंगे टैंडर
उमा रेसीडेंसी के 30 जून को ठेका समाप्त होने के बाद नए टैंडर की प्रक्रिया शुरू हुई। जानकार बताते हैं कि पहले मध्यप्रदेश राज खनिज निगम इस प्रक्रिया को करता था। लेकिन अब नीति में बदलाव आने के कारण टैंडर की प्रक्रिया कलेक्टर(खनिज) संपन्न कराएंगे। खनिज सूत्रों ने बताया कि टैंडर जमा करने की आखरी तारीख 20 जुलाई थी। 22 जुलाई को इन टैंडर तकनीकी जांच की जाएगी और उनके डॉक्यूमेंट का सत्यापन होगा। 25 जुलाई को टैंडर खोले जाएंगे और आपसेट प्राइज 25 करोड़ के ऊपर जिसका टैंडर आएगा उसे रेत का ठेका मिलेगा। इस टैंडर में नियम से 10 लाख घन मीटर रेत एक साल में ठेकेदार को बेचने के लिए मिलेगी।