गुरु ग्रह की बदली चाल से किसे होगा लाभ, होगा ऐसा परिवर्तन

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वैदिक ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के मार्गी और वक्री होने का विशेष महत्व होता है. देवगुरु बृहस्पति ने अपनी चाल चार फरवरी से बदल दी है. उनके मार्गी होने के बाद कई जगह कई राशियों को भाग्य का साथ मिलेगा, क्योंकि मार्गी होने पर गुरु की फल देने की शक्ति बढ़ जाती है. गुरु ग्रह बृहस्पति वृषभ राशि में रहते हुए मार्गी होकर भ्रमण करेंगे. गुरु का मार्गी होना कई राशियों के जीवन में चल रहीं परेशानियों को कम करेगा. उनकी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आएंगे. जब कोई ग्रह मार्गी होता है तो वह आगे की ओर और जब ग्रह वक्री होता है तो पीछे की ओर चलता है. इस वर्ष गुरु की चाल में तीन बार राशि परिवर्तन होगा.

मेष राशि- मेष राशि के जातकों के लिए गुरु का मार्गी होना फायदेमंद रहेगा. कार्यों में सफलता और धन लाभ होगा.
वृषभ राशि – गुरु का मार्गी होना वृषभ राशि के जातकों के लिए एक साथ कई तरह की खुशियां लाएगा.
मिथुन राशि – मिथुन राशि के जातकों के लिए गुरु का मार्गी होना मिला जुला साबित हो सकता है.
कर्क राशि- कुछ ज्यादा सतर्क रहने का समय है. आपकी परेशानियों में इजाफा देखने को मिलेगा.
सिंह- गुरु का मार्गी होना वरदान साबित हो सकता है.
कन्या राशि- गुरु का मार्गी होना कन्या राशि के जातकों को कर्ज से मुक्ति दिला सकता है.
तुला राशि – धर्म-कर्म में आपकी रूचि रहेगी. सेहत संबंधी परेशानियों से मुक्ति मिलेगी.
वृश्चिक राशि- गुरु के मार्गी होने से आपके जीवन में चली आ रही धन संबंधी परेशानियां अब दूर होंगी.
धनु राशि – इस राशि के जातकों के जीवन में तरह-तरह की खुशियां आने के योग हैं.
मकर राशि- गुरु का मार्गी होना अच्छा संकेत है. लाभ के भरपूर मौके मिलेंगे.
कुंभ राशि- गुरु का मार्गी होना अच्छा कहा जा सकता है. लाभ के अच्छे मौके मिलेंगे.

तीन बार बदलेगी गुरु की चाल

इस साल गुरु का गोचर और चाल में बदलाव तीन बार होगा.
गुरु के तीन बार राशि बदलने से गुरु अतिचारी होंगे.
अतिचारी होने से गुरु तीन गुणा तेजी से चलेंगे.
देवगुरु बृहस्पति का साल 2025 में राशि परिवर्तन पहली बार 14 मई को होगा.
जब वह वृषभ से मिथुन राशि में आएंगे. फिर 18 अक्तूबर को कर्क राशि में प्रवेश करेंगे.
इस राशि में गुरु उच्च के होते हैं. कर्क राशि में गुरु रहते हुए 11 नवंबर 2025 को वक्री हो जाएंगे.
वक्री होते ही पांच दिसंबर को मिथुन राशि में गोचर करेंगे.
गुरु के चार फरवरी से मार्गी होने से इन लोगों की कुंडली में गुरु की स्थिति अच्छी होगी और शुभ प्रभाव देखने को मिलेंगे.