Wheat Ki Variety – इन दिनों भारत में किसानी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ का समय चल रहा है क्यूंकि खरीफ फसल पक कर तैयार बाद अब किसान भाई रबी सीजन में होने वाली फसल जैसे गेंहू और चने की बुवाई की तैयारी करेंगे ऐसे में सबसे पहले किसानों के लिए जो मुश्किल काम होता है वो है गेंहू की अच्छी किस्मो का चयन करना। आज हम आपको बताएंगे की गेंहू की वो कौनसी 8 किस्मे है जो बम्पर पैदावार देंगी।
गेंहू की शानदार 8 वैरायटी
1. लोक-1 (लोकवन)
किस्म (Best wheat variety 2022) का दाना – यह द्विजीन बौनी किस्म है। इसके दाने सख्त व सुनहरी आभा वाले तथा 1000-दानों का वजन 45-55 ग्राम होता है।
किस्म की विशेषताएं – जल्दी पकने के कारण इसकी उपज सामान्य व पिछेती, दोनों बुवाई की परिस्थितियों में अच्छी होती है। इस किस्म के दाने काला धब्बा रोग से अधिक प्रभावित होते हैं।
फसल पकने की अवधि – यह किस्म 100-110 दिन में पककर 40-45 क्विंटल प्रति हैक्टर उपज देती है।
किस्म की विशेषताएं – जल्दी पकने के कारण इसकी उपज सामान्य व पिछेती, दोनों बुवाई की परिस्थितियों में अच्छी होती है। इस किस्म के दाने काला धब्बा रोग से अधिक प्रभावित होते हैं।
फसल पकने की अवधि – यह किस्म 100-110 दिन में पककर 40-45 क्विंटल प्रति हैक्टर उपज देती है।
2.डब्ल्यू एच 147 (WH-147)
इन क्षेत्रों के लिए उपर्युक्त – यह किस्म सामान्य बुवाई की स्थिति व सिंचित क्षेत्रों के लिये उपयुक्त है।
किस्म की विशेषताएं – इस किस्म के दाने बड़े आकार के सख्त, शरबती व अम्बर रंग के होते है। इसके 1000-दानों का वजन 42-54 ग्राम होता है। इसकी चपाती अच्छी बनने के कारण यह उपभोक्ताओं द्वारा पसन्द की जाती है।
फसल पकने की अवधि – यह 125-130 दिन में पककर 40-50 क्विंटल प्रति हैक्टर की औसत उपज देती है।
3. राज. 3077
किस्म का दाना – दानें शरबती आभायुक्त, सख्त व मध्यम आकार के होते हैं व 1000-दानों का भार 35-38 ग्राम है।
विशेषताएं – यह बौनी, अधिक फुटान वाली रोली रोग रोधक किस्म है। मजबूत व मोटे तने के कारण यह किस्म आड़ी नहीं गिरती है।
फसल पकने की अवधि – यह किस्म (Best wheat variety 2022) 100-110 दिन में पककर 40-60 क्विंटल प्रति हैक्टर उपज देती है। यह सामान्य व पिछेती, दोनों बुवाई की परिस्थितियों के लिये उपयुक्त है।
4.डीबीडब्ल्यू- DBW 187 (करण वंदना)
यह किस्म भा.कृ.अनु.प.-भारतीय गेहूँ एवं जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल के द्वारा वर्ष 2019 में विकसित की गयी।
किस्म की विशेषताएं – यह किस्म पीली एवं भूरी रोली प्रतिरोधी है। इस किस्म (Best wheat variety 2022) में उच्च लौह तत्व (43.1 पीपीएम) के साथ चपाती गुणवत्ता है।
फसल पकने की अवधि – सामान्य बुवाई एवं सिंचित क्षेत्रों के लिये उपयुक्त यह किस्म लगभग 120 दिन में पककर तैयार होती है। इसकी औसत ऊंचाई 100 सेमी है।
पैदावार – इसकी उपज क्षमता 64.70 क्विंटल प्रति हैक्टर है।
5.एचआई HI-1620 (पूसा गेहूँ 1620)
यह किस्म भा.कृ.अनु.प.-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान क्षेत्रीय केन्द्र, इन्दौर के द्वारा वर्ष 2019 में विकसित की गयी।
किस्म का दाना – इस किस्म के 1000-दानों का वजन 40-45 ग्राम होता है।
किस्म की विशेषताएं – चपाती बनाने में उपयुक्त यह किस्म (Best wheat variety 2022) पीली एवं भूरी रोली प्रतिरोधी है।
फसल पकने की अवधि – सामान्य बुवाई के लिये उपयुक्त यह किस्म 125-140 दिन में पककर तैयार होती है।
पैदावार – इसकी औसत ऊंचाई 99 सेमी और इसकी उपज क्षमता 61.80 क्विंटल प्रति हैक्टर है।
6.एचडी HD-3086 (पूसा गौतमी)
इस किस्म को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली ने वर्ष 2014 में विकसित किया।
किस्म का दाना – इस किस्म के 1000-दानों का वजन औसतन 39 ग्राम होता है।
किस्म की विशेषताएं – यह किस्म पीली एवं भूरी रोली प्रतिरोधी है।चपाती बनाने में उपयुक्त इस किस्म में प्रोटीन की मात्रा 12.5 प्रतिशत है।
फसल पकने की अवधि – सामान्य बुवाई एवं सिंचित क्षेत्रों के लिये उपयुक्त यह किस्म लगभग 130 दिन में पककर तैयार होती है।
पैदावार – इसकी उपज क्षमता 71 क्विंटल प्रति हैक्टर है।
7.एचआई HI-1620 (पूसा गेहूँ 1620)
यह किस्म भा.कृ.अनु.प.-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान क्षेत्रीय केन्द्र, इन्दौर के द्वारा वर्ष 2019 में विकसित की गयी।
किस्म का दाना – इस किस्म के 1000-दानों का वजन 40-45 ग्राम होता है।
किस्म की विशेषताएं – चपाती बनाने में उपयुक्त यह किस्म (Best wheat variety 2022) पीली एवं भूरी रोली प्रतिरोधी है।
फसल पकने की अवधि – सामान्य बुवाई के लिये उपयुक्त यह किस्म 125-140 दिन में पककर तैयार होती है।
पैदावार – इसकी औसत ऊंचाई 99 सेमी और इसकी उपज क्षमता 61.80 क्विंटल प्रति हैक्टर है।
8. जी.डब्ल्यू. 190 (GW 190)
सिंचित परिस्थितियों में उच्च खाद की मात्रा के साथ यह किस्म समय पर व अगेती बुवाई हेतु उपयुक्त है।
किस्म की विशेषताएं – यह किस्म (Best wheat variety 2022) रोली व काला धब्बा रोग प्रतिरोधी है।
किस्म का दाना – इस किस्म की ऊंचाई 95-100 सेमी एवं 1000-दानों का वजन 40-43 ग्राम होता है।
फसल पकने की अवधि – पकाव अवधि 115-120 दिन है।
पैदावार – यह औसतन 45-55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज देती है।
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