खेती में लगेगी काम लागत
urea gold – देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा यूरिया गोल्ड लॉन्च किया जिसके बाद सभी किसान भाइयों के मन में ये सवाल जरूर आया होगा की इसे इस्तेमाल करने से लाभ होगा या नहीं। आज हम आपको यूरिया गोल्ड से होने वाले लाभों के बारे में बताने जा रहे हैं। सबसे खास बात जो यूरिया गोल्ड की जो है वो ये है की इसे खेतों में इस्तेमाल करने पर आपको कम खाद देनी होगी साथ ही फसल की गुणवत्ता भी बढ़ेगी। इसे आप सल्फर यूरिया भी कह सकते हैं क्यूंकि ये सल्फर कोटेड होता है। यही बात यूरिया गोल्ड को सबसे ख़ास बनाती है क्यूंकि इसके इस्तेमाल से खेत की मिटटी में सल्फर की कमी नहीं पड़ती है। यह यूरिया राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर लिमिटेड (RCF) कंपनी द्वारा बनाया जा रहा है।
यूरिया गोल्ड के फायदे | urea gold
अगर सबसे पहले हम बात करें यूरिया गोल्ड के फायदों की तो इसका मुख्य उद्देश्य मिट्टी में उर्वरकता की कमी को दूर करना और किसानों के लिए इनपुट लागत को कम करना है। यूरिया गोल्ड आर्थिक दृष्टि से और गुणवत्ता के हिसाब से मौजूदा नीम कोटेड यूरिया से बेस्ट है। यह यूरिया मिट्टी में सल्फर की कमी को दूर करता है। यह पौधों में नाइट्रोजन यूज एफिशिएंसी को बढ़ाता है। इससे फसल का उत्पादन बढ़ता है। इसके इस्तेमाल से उर्वरक की खपत भी कम होती है। साथ ही फसल की गुणवत्ता बढ़ती है।
मौजूदा यूरिया का अच्छा विकल्प | urea gold
सल्फर कोटेड यूरिया से नाइट्रोजन धीरे-धीरे रिलीज होती है। यूरिया गोल्ड में ह्यूमिक एसिड मिलाने से उर्वरक के रूप में इसका जीवनकाल बढ़ जाता है। यह न सिर्फ मौजूदा यूरिया का अच्छा विकल्प है, बल्कि इससे जमीन में उर्वरक का उपयोग भी घटेगा। एक रिपोर्ट के अनुसार, 15 किलो यूरिया गोल्ड 20 किलो पारंपरिक यूरिया के बराबर फायदा देता है। इससे यह किसानों के लिए अधिक किफायती और प्रभावी विकल्प बनेगा। रिपोर्ट के अनुसार यूरिया गोल्ड यूरिया के डायवर्जन को भी रोकेगा। यानी इसका उपयोग सिर्फ खेती में ही होगा।