
संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा 2022 में पास हुए थे दोनों
UPSC SELECTION – बैतूल – जिले को गौरवांवित करने वाले बैतूल के दो युवा लोकेश बारंगे और जय बारंगे ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा 2022 में सफलता हासिल की है। भारत सरकार द्वारा घोषित 784 उम्मीदवारों की सूची में यूपीएससी सिविल सेवा 2022 से चयनित बैतूल जिले के लोकेश बारंगे, मुलताई (रैंक 319) को आईएएस व जय बारंगे बैतूल (रैंक 587) को आईपीएस सेवा का आवंटन किया गया है।
वर्ष 2017 में यूपीएससी से आईएएस हेतु चयनित जुवाड़ी, घोड़ाडोंगरी के अक्षय तेम्रवाल के बाद लोकेश बारंगे जिले के दूसरे आईएएस हैं। दोनों को कैडर (राज्य) आवंटन बाद में होगा।
असफलता से सीख मिली सफलता की | UPSC SELECTION

आईएएस के लिए चयनित हुए लोकेश बारंगे की सफलता के पीछे एक खास कहानी है। 12 वीं तक की पढ़ाई बैतूल में करने के बाद लोकेश का ट्रिपल आईटी में सेलेक्शन हुआ था और उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिग जबलपुर इंजीनियरिंग कालेज से किया। 2020 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी जिसमें वे 12 नम्बर कम होने के कारण उन्हें सफलता नहीं मिल पाई।
इसी असफलता की सीख लेकर उन्होंने दिन रात मेहनत कर बिना कोचिंग के 2022 में तीसरी बार के अटेम्प में सफलता हासिल की। लोकेश का कहना है कि यूपीएससी की तैयारी के लिए उन्होंने इंटरनेट का सहारा लिया और जिन वेबसाईट पर नि:शुल्क ऑन लाईन जानकारी उपलब्ध हुई उनका उपयोग किया। इसके अलावा इंटरनेट से पीडीएफ डाउनलोड कर पढ़ाई की।
लोकेश का कहना है कि उनकी सफलता के पीछे पापा जो कि उच्च श्रेणी शिक्षक है सुखराम बारंगे और मां जो कि गृहणी है रेखा बारंगे का बड़ा योगदान है। उन्होंने बताया कि 30 जुलाई को वे मसूरी पहुंचेंगे यही पर उनकी आईएएस की ट्रेनिंग होगी। लोकेश का कहना है कि कैडर ट्रेनिंग के बाद डिसाईड होगा कि उन्हें किस प्रदेश में नौकरी मिलेगी।
सपना आईएएस बनने का है | UPSC SELECTION

आईपीएस के लिए चयनित हुए बैतूल के जय बारंगे खुश तो है पर अभी भी उनका सपना आईएएस बनने का है। सांध्य दैनिक खबरवाणी से चर्चा में उन्होंने बताया कि अभी मैं मसूरी की ट्रेनिंग में नहीं जा रहा हूं, मुझे आईएएस बनना है, इसलिए मैं एक बार और ट्राई कर रहा हूं जिससे रैंक सुधर जाए तो मुझे आईएएस का मौका मिल जाए।
जय बारंगे का कहना है कि आईपीएस की सर्विसेस अच्छी है, अगर आईएएस का मौका नहीं मिला तो नवम्बर माह में मैं आईपीएस की ट्रेनिंग पर जाउंगा। गौरतलब है कि यूपीएससी परीक्षा में 587 वीं रैंक हासिल करने वाले जय बारंगे की प्राथमिक शिक्षा आरडी पब्लिक स्कूल में हुई है।
12 वीं तक की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने एक्सीलेंस कालेज भोपाल से बीएससी ऑनर्स फिजिक्स में की। इसके बाद भोज विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेज्युवेट ज्योग्राफी में किया। इसके बाद जय ने नेट जेआरएस का ज्योग्राफी से एक्जाम निकाला था।
पापा को सपने का साकार करने के लिए जय बारंगे ने 2019 से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। भोपाल में 10 माह कोचिंग सेंटर से कोचिंग करने के बाद फिर सेल्फ तैयारी शुरू की। 8 से 10 घंटे प्रतिदिन वह पढ़ाई करते थे। नोट्स बनाते और उन्हें दोस्तों से चेक कराते थे। इस दौरान तीन बार परीक्षा दी लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। चौथी बार उन्हें सफलता मिली और उन्होंने पूरे देश में 587 वीं रैंक हासिल की।