पुरातत्वविदों द्वारा की गई एक नई खोज
Under Water Bridge: स्पेन के मल्लोर्का द्वीप की जेनोवेसा गुफा में पुरातत्वविदों द्वारा की गई एक नई खोज ने इतिहास के पन्नों में हलचल मचा दी है। इस खोज में एक प्राचीन जलमग्न पत्थर का पुल मिला है, जो लगभग 6,000 वर्ष पुराना है। इस खोज का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि पहले के शोधों के अनुसार मल्लोर्का पर मानव उपस्थिति केवल 4,440 साल पहले की मानी जाती थी। साउथ फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर बोगदान ओनाक और उनकी टीम द्वारा किया गया यह अध्ययन, जो कम्युनिकेशंस अर्थ एंड एनवायरनमेंट में प्रकाशित हुआ है, पश्चिमी भूमध्य सागर में मानव इतिहास की समझ को पुनः परिभाषित करने की क्षमता रखता है। 25 फुट लंबा यह पुल इस बात का प्रमाण है कि मल्लोर्का पर मानव सभ्यता पहले की अपेक्षा कहीं अधिक पहले अस्तित्व में थी।
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शोधकर्ताओं ने पुल के निर्माण की तिथि निर्धारित की
यह खोज न केवल मल्लोर्का के इतिहास को नया दृष्टिकोण देती है, बल्कि उस समय के मनुष्यों के तकनीकी कौशल और उनके द्वारा निर्मित संरचनाओं के बारे में भी नई जानकारी प्रदान करती है। समुद्र स्तर में आए परिवर्तनों और पुल पर खनिज जमाव का अध्ययन करके, शोधकर्ताओं ने पुल के निर्माण की तिथि निर्धारित की और इसके निर्माण की समयरेखा को पहले की तुलना में और पीछे धकेल दिया। हालांकि यह पुल मूल रूप से 2000 में खोजा गया था, लेकिन उस समय किए गए प्रारंभिक अध्ययन ने पास में पाए गए बर्तनों के आधार पर इसकी आयु लगभग 3,500 वर्ष होने का अनुमान लगाया था। हालांकि, अब इस नए अध्ययन ने दिखाया कि यह पुल लगभग 6,000 साल पुराना है, जो पहले के अनुमानों को चुनौती देता है। इसके साथ ही, एक अन्य शोध ने यह भी प्रस्तावित किया कि मनुष्य 9,000 साल पहले ही इस क्षेत्र में बस गए होंगे, लेकिन लिखित रिकॉर्ड और सीमित पुरातात्विक साक्ष्यों के अभाव के कारण इन दावों की पुष्टि नहीं हो पाई थी। इस नए शोध से यह स्पष्ट होता है कि मल्लोर्का में मानव उपस्थिति की तारीख को और भी पीछे ले जाया जा सकता है, जो मानव इतिहास की समझ में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।
चूना पत्थर के ब्लॉकों से बना यह प्राचीन पुल
यह प्राचीन पुल बड़े और भारी चूना पत्थर के ब्लॉकों से बना है, जो इसके निर्माण के लिए आवश्यक तकनीकी कौशल और परिश्रम को दर्शाता है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि प्राचीन लोगों ने इतने बड़े और भारी पत्थरों का उपयोग करके इस संरचना का निर्माण कैसे किया। इस रहस्य को सुलझाने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि इस पुल का उद्देश्य गुफा के प्रवेश द्वार को गुफा के भीतर स्थित एक झील के पार बने एक कक्ष से जोड़ना था। यह पुल संभवतः एक सूखा रास्ता प्रदान करने के लिए बनाया गया था, जिससे गुफा के अंदरूनी हिस्सों तक पहुंचना आसान हो सके। इस प्रकार, यह पुल केवल एक संरचनात्मक उपलब्धि नहीं था, बल्कि यह उस समय के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यात्मक संरचना भी थी। इस तरह की संरचना का निर्माण, गुफा के वातावरण में और विशेष रूप से उस समय की तकनीकी सीमाओं को ध्यान में रखते हुए, प्राचीन मानवों के उन्नत इंजीनियरिंग कौशल और उनके समाज की जटिलता को दर्शाता है।
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