Unclaimed dead bodies: लावारिस शवों का सुनैना कर रही अंतिम संस्कार

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Unclaimed dead bodies: बैतूल/संदीप सोलंकी। राजधानी भोपाल में बैतूल की रहने वाली सुश्री सुनैना चंदेल ने अपना जीवन लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने में समर्पित कर दिया है। इस लड़की की कहानी जानकर आप भी भावुक हो जाएंगे। भोपाल के लावारिस शवों की वारिस बनने का जिम्मा उठाने वाली इस लड़की का नाम सुनैना चंदेल है। सुनैना ने लावारिस लाशों के अंतिम संस्कार करने का बेड़ा तब उठाया कोरोना काल के दौर में जहां लोग एक-दूसरे से सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रह रहे थे वहीं कोरोना से संक्रमित लोगों के शवों फेंक दिया जा रहा था, जिससे भावुक होकर उनके द्वारा लावारिश शवों का अंतिम संस्कार करने का बीड़ा उठाया।

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30 लावारिस शवों का कर चुकी है अंतिम संस्कार


बैतूल की रहने वाली सुनैना चंदेल ने बताया कि वेवे बैतूल की निवासी हैं  और उनके पिता जी प्रोफेसर मुकुंद चंदेल जे.एच कॉलेज में प्रोफेसर है। उन्होंने ने बताया कि सुनैना अब राजधानी में समाज के लिए काम कर रही है और वे  अभी तक 30 लावारिश शवों का अंतिम संस्कार कर चुकी है।


बुजुर्ग का किया अंतिम संस्कार


1 सितम्बर 2024 को करोंद चौराहे पर एक बुजुर्ग हमें सड़क पर बरसात मे भीगे हुए ठण्ड से थिठुर रहें बहुत दयनीय अवस्था मे मिले थे जिनको हमने 108 से हमीदिया मे उपचार के बाद इसी दिन रात्रि के 10 बजे अपना घर आश्रम में पहुंचाया गया। 5 सितंबर को भी हमीदिया अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, 7 सितम्बर  को अपना घर आश्रम में उनका स्वर्गवास हो गया जिनकी सारी लीगल प्रोसेस कराने के पश्तचात् उनका 9 सितंबर को भदभदा विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। समाज सेवी सुनैना चंदेल ने बताया कि बुजुर्ग को  मुखाग्नि उनके द्वारा दी गई और बुजुर्ग की अस्थिया भी नर्मदा विश्राम घाट पर विसर्जित की गई।

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