अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दवाइयों की कीमतों को कम करने का बड़ा ऐलान किया है। लंबे समय से महंगी दवाइयों की वजह से अमेरिकी जनता परेशान थी और अब ट्रंप प्रशासन ने इस समस्या का हल निकालने के लिए एक नई पहल की है। इस पहल के तहत अमेरिका की दिग्गज फार्मा कंपनी Pfizer अपने कई प्रोडक्ट्स के दाम कम करेगी और लोगों को राहत देगी।
व्हाइट हाउस अधिकारियों के अनुसार ट्रंप प्रशासन ने TrumpRx नामक एक नई वेबसाइट लॉन्च की है। इस वेबसाइट के जरिए अमेरिकी नागरिक सीधे दवाइयां खरीद पाएंगे। खास बात यह है कि Pfizer अपनी कई दवाइयां इस प्लेटफॉर्म पर डिस्काउंट रेट पर उपलब्ध कराएगी। इस कदम से आम लोगों को दवाइयों के खर्च में बड़ी राहत मिलेगी।
न्यूयॉर्क स्थित फार्मा कंपनी Pfizer न सिर्फ दाम कम करने जा रही है बल्कि वह 70 अरब डॉलर का निवेश भी रिसर्च और घरेलू मैन्युफैक्चरिंग में करेगी। कंपनी जल्द ही इस योजना के तहत दवाइयों की नई प्राइस लिस्ट घोषित करेगी। जुलाई महीने में डोनाल्ड ट्रंप ने 17 बड़ी फार्मा कंपनियों को पत्र लिखकर दवाइयों की कीमतें विदेशों के स्तर के बराबर करने की मांग की थी। उन्होंने इस पॉलिसी को “Most Favored Nation Pricing” नाम दिया। Pfizer इस पॉलिसी को अपनाने वाली पहली कंपनी होगी।
अमेरिकी स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि सरकार फार्मा कंपनियों के साथ व्यक्तिगत बातचीत कर रही है। इसके अलावा मई में ट्रंप ने एक Executive Order पर हस्ताक्षर किए थे जिसमें साफ कहा गया था कि दवा कंपनियों को घरेलू और विदेशी दामों में समानता लानी होगी। ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि अगर कंपनियां इस आदेश का पालन नहीं करेंगी तो सरकार खुद नियम बनाकर कीमतें घटा सकती है या फिर विदेशों से दवाइयां आयात करने का रास्ता अपना सकती है।
दवाइयों की कीमतें घटाने के ऐलान के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर कहा कि उनका पसंदीदा शब्द “Tariffs” है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को टैरिफ से बहुत फायदा हो रहा है। यह देश को अमीर बना रहा है और अमेरिका को इससे बड़ी कमाई हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट में एक बड़ा केस चल रहा है लेकिन उन्हें भरोसा है कि नतीजा अमेरिका के पक्ष में ही आएगा।
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इस तरह डोनाल्ड ट्रंप की नई पहल से अमेरिकी नागरिकों को महंगी दवाइयों से राहत मिलने की पूरी उम्मीद है। अगर यह पॉलिसी पूरी तरह लागू होती है तो अमेरिका के दवा बाजार में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है और आम लोगों की जेब पर पड़ने वाला बोझ काफी कम हो जाएगा।