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Topic of discussion: आखिर कमल पटेल ने क्यों स्वीकारा सांसद प्रतिनिधि का पद 

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राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना 

Topic of discussion: बैतूल। प्रदेश के दिग्गज नेता और कभी मुख्यमंत्री के पद के दावेदार माने जाने वाले पांच बार के विधायक एवं कई बार शिवराज सिंह सरकार में मंत्री रहे हरदा जिले के कमल पटेल ने बैतूल-हरदा-हरसूद सांसद डीडी उइके ने सांसद प्रतिनिधि मनोनीत किया है। और पूरे हरदा जिले के लिए यह नियुक्ति की गई है। सांसद एवं वर्तमान में मोदी सरकार में केंद्रीय राज्यमंत्री डीडी उइके की अनुपस्थिति में हरदा जिले में हर प्रशासकीय समिति और संस्थाओं में सांसद मनोनीत सदस्य रहता है उन सभी स्थानों पर उनकी अनुपस्थिति में सांसद का प्रतिनिधित्व करेंगे।

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पांच बार रहे हैं विधायक


केंद्रीय राज्यमंत्री और बैतूल सांसद दुर्गादास उइके ने हरदा जिले के लिए पूर्व मंत्री कमल पटेल को सांसद प्रतिनिधि नियुक्त किया है, जो राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। सवाल उठ रहा है कि पांच बार के विधायक और पूर्व मंत्री जैसे प्रतिष्ठित नेता ने यह पद को क्यों स्वीकार किया?इस नियुक्ति के पीछे हरदा जिले में राजनीतिक खींचतान को मुख्य कारण माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि कमल पटेल जिले में जिला योजना और अन्य महत्वपूर्ण बैठकों में शामिल होना चाहते थे, लेकिन उनके पास कोई आधिकारिक पद न होने के कारण वे ऐसा नहीं कर पा रहे थे। इसके चलते उन्होंने सांसद प्रतिनिधि बनने का फैसला लिया।


पहले भी रह चुके हैं सांसद प्रतिनिधि


यह पहली बार नहीं है जब कमल पटेल सांसद प्रतिनिधि बने हैं। इससे पहले भी, 2014 से 2018 तक वे इस पद पर रह चुके हैं। इस बार, नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा की भारती राजू कमेडिया के अध्यक्ष बनने के बाद उनके पति राजू कमेडिया सांसद प्रतिनिधि के रूप में बैठक में शामिल होते रहे हैं। पटेल खुद इन बैठकों में शामिल होना चाहते थे, इसलिए उन्होंने दोबारा इस पद को स्वीकार किया।इस घटनाक्रम को राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं और क्षेत्रीय सियासी खींचतान का नतीजा माना जा रहा है, जहां पटेल अपनी सक्रिय भूमिका बनाए रखने के लिए इस पद पर लौटे हैं।


सांसद ने जताया भरोसा


गौरतलब है कि हरदा जिले में लंबे समय से कमल पटेल और उनका परिवार सत्ता में प्रमुख पदों पर काबिज रहा है वहीं संगठन के मामले में भाजपा में कभी कभी कमल पटेल के विरोधी भी मजबूत होते रहे हैं। वर्तमान में हरदा जिले में भाजपा में दो बड़े गुट बन गए हैं जिसमें एक कमल पटेल और दूसरे श्री जैन का लीड करना बताया जा रहा है। चूंकि कमल पटेल की क्षेत्र में पकड़ है और चुनावी परिस्थितियों में वे सांसद के लिए ज्यादा लाभदायक माने जाते हैं इसलिए सांसद डीडी उइके ने भी उन पर भरोसा करना उचित समझा है ऐसा राजनैतिक हल्कों में चर्चा है।

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