बालों को मुलायम और चमकदार बनाने का रामबाण इलाज है यह फल! जाने इसका नाम और फायदे, रीठा, या साबुन का फल, एक ऐसा फल है जो प्राकृतिक साबुन के रूप में जाना जाता है। इसके फल, बीज और छाल सभी का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है। यह बालों, त्वचा और कपड़ों के लिए एक प्राकृतिक क्लीनर के रूप में इस्तेमाल होता है। आयुर्वेद में भी रीठा का उपयोग कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है।
ये भी पढ़े- प्रोटीन का पावरहाउस है यह दाल! इसके सेवन से आयेगी घोड़े जैसी ताकत, जाने इसके अद्भुत फायदे
क्यों करें रीठा की खेती?
- अधिक मांग: प्राकृतिक उत्पादों की बढ़ती मांग के साथ, रीठा की मांग भी बढ़ रही है।
- अच्छा मुनाफा: रीठा की खेती से किसानों को अच्छा मुनाफा मिल सकता है।
- कम खर्च: रीठा की खेती में अन्य फसलों की तुलना में कम खर्च आता है।
- पर्यावरण के लिए अच्छा: रीठा एक प्राकृतिक उत्पाद है और इसकी खेती पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं होती है।
ये भी पढ़े- इस फल की खेती से होगी 5 लाख रुपये तक की कमाई! जानें खेती का सही तरीका
रीठा की खेती कैसे करें?
- जमीन की तैयारी: रीठा के पेड़ लगभग सभी प्रकार की मिट्टी में उग सकते हैं, लेकिन अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी सबसे अच्छी होती है।
- बीजों का उपचार: बीजों को बोने से पहले जिब्रेलिक एसिड के घोल में 10 मिनट के लिए भिगोना चाहिए। इससे अंकुरण की दर बढ़ जाती है।
- बुवाई: बीजों को बारीक रेत और कपास की मिट्टी के मिश्रण में बोना चाहिए।
- सिंचाई: पौधों को नियमित रूप से पानी देना चाहिए, खासकर गर्मियों के मौसम में।
- खाद: रीठा के पेड़ों को साल में दो बार खाद देनी चाहिए।
- कटाई: रीठा के फल पकने में लगभग एक साल का समय लेते हैं। जब फल पूरी तरह से पक जाए तब उन्हें तोड़ना चाहिए।
रीठा के उपयोग
- बालों के लिए: रीठा बालों को मुलायम, चमकदार और स्वस्थ बनाता है।
- त्वचा के लिए: रीठा त्वचा को साफ और मुलायम बनाता है।
- कपड़ों के लिए: रीठा कपड़ों को धोने के लिए एक प्राकृतिक डिटर्जेंट के रूप में इस्तेमाल होता है।
- आयुर्वेद में: रीठा का उपयोग कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है।