किसी गुप्त खजाने से कम नहीं है भैंस की ये खास 5 नस्ले! देती है प्रतिदिन 15-20 लीटर तक दूध, जाने इनके बारे में…, भारत में भैंसें दूध उत्पादन का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं। कई नस्लों की भैंसें हैं जो दूध देने में माहिर हैं। आइए कुछ प्रमुख दूध देने वाली भैंस की नस्लों के बारे में जानते हैं:
1. मुर्रा भैंस
- विशेषताएं: मुर्रा भैंस को दूध देने की क्षमता के लिए सबसे बेहतर माना जाता है। इनकी त्वचा का रंग काला होता है और इनके सींग छोटे और मोटे होते हैं।
- दूध उत्पादन: ये भैंसें प्रतिदिन 15-20 लीटर तक दूध दे सकती हैं।
2. जफराबादी भैंस
- विशेषताएं: जफराबादी भैंस का रंग काला या भूरा होता है। इनकी गर्दन लंबी और मोटी होती है।
- दूध उत्पादन: ये भैंसें भी काफी दूध देती हैं और इनका दूध गाढ़ा होता है।
3. नीली-रावी भैंस
- विशेषताएं: नीली-रावी भैंस का रंग नीला या गहरा भूरा होता है। ये भैंसें पंजाब और हरियाणा में पाई जाती हैं।
- दूध उत्पादन: ये भैंसें भी अच्छी मात्रा में दूध देती हैं।
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4. भदावरी भैंस
- विशेषताएं: भदावरी भैंस का रंग काला या भूरा होता है। ये भैंसें महाराष्ट्र में पाई जाती हैं।
- दूध उत्पादन: ये भैंसें भी दूध देने के लिए जानी जाती हैं।
5. सूरती भैंस
- विशेषताएं: सूरती भैंस का रंग काला या भूरा होता है। ये भैंसें गुजरात में पाई जाती हैं।
- दूध उत्पादन: ये भैंसें भी दूध देने के लिए जानी जाती हैं।
दूध उत्पादन को प्रभावित करने वाले कारक:
- नस्ल: भैंस की नस्ल दूध उत्पादन को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है।
- पोषण: अच्छा पोषण भैंसों के दूध उत्पादन को बढ़ाता है।
- स्वास्थ्य: स्वस्थ भैंसें ज्यादा दूध देती हैं।
- देखभाल: अच्छी देखभाल से दूध उत्पादन बढ़ता है।
अन्य महत्वपूर्ण नस्लें: पंढरपुरी, बन्नी, चिल्का, कालाखंडी, मेहसाणा, तोड़ा आदि।
ध्यान दें: ये तो कुछ प्रमुख नस्लें हैं। भारत में कई अन्य नस्लों की भैंसें भी पाई जाती हैं।