बैतूल:- घोड़ाडोंगरी
रेलवे गेट क्रमांक 247 पर बनाए जा रहे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है, लेकिन ठेकेदार और प्रशासन की लापरवाही के चलते आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। निर्माणस्थल पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं।
* बारिश के मौसम में कॉलम के लिए किए गए गड्ढे पानी और कीचड़ से भर गए हैं। इसके कारण रोड पर मिट्टी फैल गई है जिससे फिसलन और दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। खासकर जब रेलवे गेट बंद होता है और रोड वन-वे हो जाता है, तो वाहनों की भीड़ में लोग तेज़ी से निकलने की कोशिश करते हैं। ऐसे में गड्ढों के पास से गुजरते समय दुर्घटना की आशंका और बढ़ जाती है।
सुरक्षा के नाम पर नहीं है कोई डायवर्शन, ना ही चेतावनी बोर्ड:-
न तो रास्ते पर कोई डायवर्शन बोर्ड लगाए गए हैं, न ही बैरिकेडिंग या सुरक्षात्मक संकेतक। मिट्टी और कीचड़ हटाने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है। कार्यस्थल पर न मजदूरों की सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है, और न ही वहां से गुजरने वाले राहगीरों की।
प्रशासन बना मौनदर्शक:-
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया। ऐसा प्रतीत होता है जैसे प्रशासन केवल बारिश और निर्माण कार्य का खेल मौन होकर देख रहा है।
मांग
ग्रामीणों और स्थानीय नागरिकों की मांग है कि:-
1. निर्माण स्थल पर बैरिकेडिंग और चेतावनी संकेतक तुरंत लगाए जाएं।
2. मिट्टी और कीचड़ को नियमित रूप से हटाने की व्यवस्था की जाए।
3. डायवर्शन की उचित व्यवस्था की जाए जिससे ट्रैफिक सुगम रूप से चल सके।
4. बारिश के दौरान कार्यस्थल पर विशेष सुरक्षा प्रबंध किए जाएं।
अगर प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता, तो कोई बड़ा हादसा घट सकता है जिसकी जिम्मेदारी निर्माण एजेंसी और प्रशासन दोनों की होगी।