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भाजपा विधायक और आप के नवनिर्वाचित विधायक की चुनौतियों को लेकर राज्य की राजनीति गरमाई

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अहमदाबाद| हाल ही में हुए जूनागढ़ के विसावदर उपचुनाव जीतने वाले आम आदमी पार्टी (आप) के गोपाल इटालिया और मोरबी से भाजपा विधायक कांति अमृतिया की चुनौतियों को लेकर राज्य की राजनीति गरमा गई है| देखना होगा कि सोमवार को दोनों एक-दूसरे की चुनौती स्वीकार करते हुए विधायक पद से इस्तीफा देते हैं या फिर मुकर जाते हैं| दरअसल कांति अमृतिया ने सबसे पहले गोपाल इटालिया को चुनौती दी कि अगर वह मोरबी से चुनाव जीत गए तो मैं उन्हें 2 करोड़ रुपये दूँगा। गोपाल इटालिया ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि मुझे यह चुनौती स्वीकार है। गोपाल इटालिया ने कहा कि अब कांति अमृतिया को इस्तीफा दे देना चाहिए। कांति अमृतिया ने कहा था कि मैं भी इस्तीफ़ा दे दूँगा और गोपाल इटालिया भी इस्तीफ़ा दे दें और हम दोनों मोरबी से चुनाव लड़ें। अगर मैं हार गया, तो जैसा मैंने कहा है, गोपाल इटालिया को 2 करोड़ रुपये दूँगा। उन्होंने यह भी कहा कि अब अगर गोपाल वापस लौटेगा तो वे अपने पिता की संतान नहीं और अगर मैं मुकरता हूं तो मैं अपने पिता की संतान नहीं है| अब मोरबी विधायक कांति अमृतिया ने घोषणा की है कि वह सोमवार सुबह 11 बजे 150 वाहनों के विशाल काफिले के साथ अपना इस्तीफा लेकर विधानसभा पहुँचेंगे। कांति अमृतिया अपने समर्थकों के साथ मोरबी से गांधीनगर के लिए रवाना होंगे और विधानसभा के गेट नंबर 4 के बाहर शक्ति प्रदर्शन करेंगे। अमृतिया ने स्पष्ट कर दिया है कि वह विधानसभा के प्रवेश द्वार पर 30 मिनट तक गोपाल इटालिया का इंतजार करेंगे। कांति अमृतिया ने शर्त रखी है कि वह तभी इस्तीफा देंगे जब मनोनीत विधायक गोपाल इटालिया वहां आएंगे। अगर गोपाल इटालिया नहीं आते हैं, तो अमृतिया इस्तीफा नहीं देंगे। कांति अमृतिया के इस कदम से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है और सोमवार का दिन राजनीतिक लिहाज से अहम होगा।

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