कम लागत में सरसो की खेती बना देगी किसानो को धन्नासेठ! इस आसान तरीके से करे Sarso Ki Kheti

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कम लागत में सरसो की खेती बना देगी किसानो को धन्नासेठ! इस आसान तरीके से करे Sarso Ki Kheti, सरसों भारत में सबसे महत्वपूर्ण तिलहन फसलों में से एक है यह एक रबी की फसल है जो ठंडी जलवायु में अच्छी तरह से उगती है सरसों के बीजों से तेल निकाला जाता है, जिसका उपयोग खाद्य और औद्योगिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है।

सरसों की खली भी एक पौष्टिक पशु आहार है, सरसों की खेती करके आप न केवल अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं, बल्कि पर्यावरण को भी लाभ पहुंचा सकते हैं, आपको बता दे की रबी की फसलों में सरसों का महत्वपूर्ण स्थान है इसे देश के कई राज्यों जैसे राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में इसकी खेती मुख्यता से की जाती है।

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आप भी सरसो की खेती कर कम समय और कम लागत में अच्छी कमाई कर सकते है और आपको बता दे की सरसो की खेती करने में आपको ज्यादा मेहनत करने की भी जरुरत नहीं होती है तो आइये जानते है सरसो की खेती कब करे और कैसे करे।

जलवायु और मिट्टी। Sarso Ki Kheti

  • सरसों के लिए ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है।
  • 15°C से 20°C का तापमान सरसों की वृद्धि के लिए अनुकूल होता है।
  • सरसों विभिन्न प्रकार की मिट्टी में उग सकती है, लेकिन दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है।
  • मिट्टी का pH 6.0 से 7.5 के बीच होना चाहिए।

बुवाई। Sarso Ki Kheti

  • सरसों की बुवाई अक्टूबर से नवंबर के महीने में की जाती है।
  • बीजों को 2 से 3 सेंटीमीटर गहरी और 30 सेंटीमीटर की दूरी पर बोया जाता है।

सिंचाई। Sarso Ki Kheti

  • सरसों को शुरुआती और फूल आने की अवस्था में सिंचाई की आवश्यकता होती है।
  • आवश्यकतानुसार सिंचाई करनी चाहिए।

खाद। Sarso Ki Kheti

  • सरसों की अच्छी पैदावार के लिए 20-30 टन गोबर की खाद प्रति हेक्टेयर डालनी चाहिए।
  • रासायनिक उर्वरकों के रूप में 60 किलोग्राम नाइट्रोजन, 40 किलोग्राम फास्फोरस और 30 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टेयर डालना चाहिए।

कीट और रोग। Sarso Ki Kheti

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  • सरसों पर माहू, तना मक्खी और एफिड जैसे कीटों का हमला हो सकता है।
  • इन कीटों को नियंत्रित करने के लिए उचित कीटनाशकों का उपयोग करना चाहिए।
  • सरसों पर पत्ती का धब्बा, जड़ गलन और Alternaria blight जैसे रोगों का भी हमला हो सकता है।
  • इन रोगों को नियंत्रित करने के लिए उचित रोगनाशकों का उपयोग करना चाहिए।

कटाई। Sarso Ki Kheti

  • सरसों की कटाई फसल पकने के 80-90 दिन बाद की जाती है।
  • फसल को हाथ से या मशीन से काटा जा सकता है।

सरसो का उत्पादन और कमाई । Sarso Ki Kheti

अगर हम सरसो के उत्पादन की बात करे तो यदि जलवायु अच्छा हो और फसल रोग, किट एवम खरपतवार मुक्त रहे और पूर्णतया वैज्ञानिक दिशा निर्देशों के साथ खेती करें तो 25-30 क्विंटल प्रति हेक्टेयरर तक उत्पादन लिया जा सकता है। तो अगर हम इसकी कमाई की बात करे तो जो अभी 2500 से 2600 रुपए के भाव चल रहे है। करीब ढाई लाख की मोटी कमाई कर सकते है।