{Saria – Cement ke daam} – कई दिनों से बस एक बात मार्केट मे चर्चा का विषय बनी हुई है। और वो है सरिया के दामों मे लगतार आ रही गिरावट और अगर देखा जाए तो सरिया के भाव करीब आधे हो गए हैं। और जैसे ही सरिया के दाम गिरे तो अचानक से मार्केट मे सरिए की डिमांड भी बढ़ गई।
फिर बढ़ेंगे भाव
इन दिनों घर बनाने का सबसे अच्छा मौका है क्यूंकि ईट से लेकर सरिया के दाम लगातार कम हुए हैं। लेकिन अब एक नई खबर सामने आ रही है की जिस तरह अभी बिल्डिंग मटेरियल के रेट लगातार गिर रहे हैं वो ज्यादा दिन तक ऐसे नहीं रहने वाले हैं जैसे ही बारिश का मौसम शुरू होगा तो ररेत और ईंट के भाव बढ़ना शुरू हो जाएंगे। वहीं अगर बात करें सरिए की तो उसके तो भाव अभी से बढ़ने लगे हैं। सिर्फ इसी महीने इसके रेट कुछ जगहों पर 4 हजार रुपये टन तक ऊपर चढ़े हैं.
कम कीमत पर डिमांड ने बढ़ाया सरिये का भाव
इस साल मार्च-अप्रैल में भवन निर्माण सामग्रियों की कीमतें अपने चरम पर थीं. उसके बाद सरिया, सीमेंट जैसी सामग्रियों की कीमतों में तेजी से नरमी आई. इस महीने के पहले सप्ताह तक सरिया और सीमेंट के भाव लगातार गिरे. सरिया के मामले में तो भाव करीब-करीब आधे हो गए थे. सरिया के भाव में आई इस बड़ी गिरावट से बाजार में डिमांड आ रही है. ट्रेडर्स का कहना है कि भवन निर्माण सामग्रियों की कीमतें कम होने का फायदा उठाकर लोग मकान बनाने का काम शुरू करवा रहे हैं. इससे सरिया समेत सभी सामग्रियों की डिमांड आ रही है. इसी डिमांड से इनके दाम बढ़ने लगे हैं. इसके अलावा इन सामग्रियों के दाम बढ़ने के पीछे मानसून भी एक फैक्टर है. बारिश का मौसम शुरू होते ही नदियां लबालब भर जाती हैं, जिससे बालू की किल्लत हो जाती है. वहीं बारिश के कारण ईंट का उत्पादन प्रभावित हो जाता है. बारिश के मौसम में इन सामग्रियों के दाम स्वाभाविक तौर पर बढ़ते ही हैं.
5000 रुपये चढ़ा सरिये का औसत भाव
सरिया अभी भी दो-तीन महीने पहले की तुलना में करीब आधा ही है. मार्च में कुछ जगहों पर सरिये का भाव 85 हजार रुपये टन तक पहुंच गया था. अभी यह शहर के हिसाब से 47,200 रुपये से लेकर 58,000 रुपये प्रति टन तक के भाव में मिल रहा है. इस महीने के पहले सप्ताह में तो यह कम होकर कई जगहों पर 44 हजार रुपये टन के पास आ गया था. सिर्फ लोकल ही नहीं बल्कि ब्रांडेड सरिये का भाव भी पिछले कुछ महीनों में काफी कम हुआ था. ब्रांडेड सरिये का भाव कम होकर इस महीने की शुरुआत में 80-85 हजार रुपये प्रति टन तक आ गया था, जो मार्च 2022 में 01 लाख रुपये प्रति टन के पास पहुंच गया था. इस चार्ट में देखिए सरिये का औसत भाव कैसे कम-ज्यादा हुआ है…
सरिया की औसत खुदरा कीमत (रुपये प्रति टन):
नवंबर 2021 : 70,000
दिसंबर 2021 : 75,000
जनवरी 2022 : 78,000
फरवरी 2022 : 82,000
मार्च 2022 : 83,000
अप्रैल 2022 : 78,000
मई 2022 (शुरुआत) : 71,000
मई 2022 (अंत): 63,000
जून 2022 (शुरुआत): 50,000
जून 2022 (अंत): 55000
अब इस चार्ट में देखिए कि भारत के प्रमुख शहरों में अभी सरिये का क्या रेट चल रहा है. आयरनमार्ट वेबसाइट सरिये की कीमतों की घट-बढ़ पर नजर रखती है और उसी आधार पर कीमतों को अपडेट करती है. इससे यह बात भी पता चलेगी कि जून महीने के पहले सप्ताह की तुलना में कुछ शहरों में सरिये के भाव कितने बढ़े हैं. सभी कीमतें रुपये प्रति टन में हैं.
शहर (राज्य) 04 जून – 25 जून
दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल): 45,300 47,200 (+1900)
कोलकाता (पश्चिम बंगाल): 45,800 47,700 (+1900)
रायगढ़ (छत्तीसगढ़): 48,700 51,200 (+2500)
राउरकेला (ओडिशा): 50,000 52,200 (+2200)
नागपुर (महाराष्ट्र): 51,000 52,800 (+1800)
हैदराबाद (तेलंगाना): 52,000 55,000 (+3000)
जयपुर (राजस्थान): 52,200 55,500 (+2300)
भावनगर (गुजरात): 52,700 56,000 (+3700)
मुजफ्फरनगर (UP): 52,900 54,500 (+1600)
गाजियाबाद (UP): 53,000 55,300 (+2300)
इंदौर (मध्य प्रदेश): 53,500 54,700 (+1200)
गोवा: 53,800 56,300 (+2500)
जालना (महाराष्ट्र): 54,000 54,400 (+400)
मंडी गोविंदगढ़ (पंजाब): 54,300 56,000 (+1700)
चेन्नई (तमिलनाडु): 55,000 55,500 (+500)
दिल्ली: 55,000 56,700 (+1700)
मुंबई (महाराष्ट्र): 55,200 53,100 (+900)
कानपुर (उत्तर प्रदेश): 57,000 58,000 (+1000)
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