नई दिल्ली: ऐसा माना जा रहा है कि इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज जो रूट आने वाले कुछ वर्षों में महान सचिन तेंदुलकर के टेस्ट रन के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे। टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों में सचिन 15,921 रनों के साथ शीर्ष पर हैं, वहीं 34 वर्षीय रूट के अब 13,543 रन हो गए हैं। वह टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की सूची में दूसरे नंबर पर हैं। रूट सचिन से फिलहाल 2378 रन पीछे हैं। रूट ने साल 2021 से 61 टेस्ट की 111 पारियों में 56.63 की औसत से 5720 रन बनाए हैं। अगर उनका प्रदर्शन इसी तरह जारी रहा, तो अगले दो-तीन साल में वह सचिन को पीछे छोड़ देंगे।
रूट का नाम दिग्गजों में दर्ज
रूट ने हाल ही में भारत के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 13,500 का आंकड़ा पार किया और अब वे सचिन तेंदुलकर के विश्व रिकॉर्ड की ओर धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। रूट अब सचिन के बाद टेस्ट क्रिकेट में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी हैं। क्रिकेट जगत में लगातार ये चर्चा हो रही है कि क्या रूट तेंदुलकर के इस लंबे समय से अटूट रिकॉर्ड को तोड़ पाएंगे? इसी कड़ी में अब क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने चुप्पी तोड़ी है।
सचिन ने तोड़ी चुप्पी
सचिन ने रेडिट आस्क मी एनिथिंग (Ask Me Anything) सेशन में फैंस के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा, '13,000 टेस्ट रन का आंकड़ा पार करना एक शानदार उपलब्धि है और वह अभी भी मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। जब मैंने उन्हें पहली बार 2012 में नागपुर में उनके डेब्यू टेस्ट में देखा, तो मैंने अपने साथियों से कहा था कि वे इंग्लैंड के भविष्य के कप्तान को देख रहे हैं।'
पहली नजर में पहचान
सचिन ने उस पल को भी याद किया जब उन्होंने रूट को पहली बार खेलते देखा था। उन्होंने बताया, 'जिस चीज ने मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित किया, वह थी उनकी विकेट को पढ़ने की क्षमता और स्ट्राइक रोटेट करने का अंदाज। मुझे उसी समय महसूस हो गया था कि यह खिलाड़ी आगे चलकर बड़ा नाम बनाएगा।'
आगे है असली चुनौती
सचिन ने रूट की उपलब्धियों की तारीफ की, लेकिन साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि असली चुनौती अभी बाकी है। रूट ने जिस तरह का प्रदर्शन किया है, उससे उनके रिकॉर्ड तोड़ने की संभावना जरूर है, लेकिन यह रास्ता आसान नहीं होगा। सचिन का कहना है कि इस मुकाम तक पहुंचना बेहद कठिन है और रूट की सबसे बड़ी परीक्षा अभी आगे आने वाली है।
क्रिकेट जगत की चर्चा
रूट के प्रदर्शन को देखते हुए कई पूर्व खिलाड़ी मानते हैं कि वे तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। लेकिन खुद रूट कई बार कह चुके हैं कि उनका ध्यान सिर्फ अपनी टीम को जीत दिलाने पर है, व्यक्तिगत रिकॉर्ड पर नहीं। बावजूद इसके, उनके बल्ले से रन लगातार बह रहे हैं और क्रिकेट प्रेमी हर पारी के साथ इस मुकाबले को और रोमांचक मान रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या रूट सचिन के विश्व रिकॉर्ड तक पहुंच पाते हैं या नहीं।