लगातार बढ़ रही है मांग
Saanp Ki Kheti – जिस तरह भारत एक कृषि प्रधान देश और यहाँ अलग अलग फसलों की खेती की जाती है साथी ही पशुओं का पालन भी किया जाता है जैसे गाय, भैंस और बकरियों का। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे गावं के बारे में बताने जा रहे हैं जहाँ अलग ही स्तर पर खेती की जाती है ,और ये खेती आम नहीं होती है। और न ही यहाँ पशुओं का पालन किया जाता है बल्कि यहाँ साँपों की खेती(Saanp Ki Kheti) की जाती है।
जी हाँ भारत के पड़ोसी देश चीन में लोग सांपों की खेती शुरू कर चुके हैं. ग्राहकों की मांग को देखते हुए, चीन के कई किसान सांपों की खेती करने लगे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चीन के झेजियांग प्रांत का जिसिकियाओ गांव इस अजीबोगरीब खेती को अपना चुका है।
बिमारियों के इलाज में होता है इस्तमाल | Saanp Ki Kheti
आपको सोचकर लग रहा होगा आखिर चीन के लोग सांपों की खेती क्यों करते हैं? आप बता दें कि चीन की चिकित्सा पद्धति में सांपों के जहर से कई इलाज किए जाते हैं. इनमें कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी भी शामिल है |
इतना ही नहीं बल्कि यहां पैदा हुए सांपों को अमेरिका, रूस, दक्षिण कोरिया और जर्मनी समेत अन्य यूरोपीय मुल्कों में भी भेजा जाता है.सांपों की गिनती दुनिया के सबसे खतरनाक जानवर के तौर पर की जाती है लेकिन चीन के जिसिकियाओ गांव में लगभग 30 लाख सांपों को पाला जाता है।
लम्बे अर्से से हो रही है खेती | Saanp Ki Kheti
1980 के दशक से ही इन इलाकों में सांपों को पालने की परंपरा चल रही है. इसे पालने के लिए भी पुरानी तकनीक का ही इस्तेमाल किया जाता है |
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यहां पर करीब 100 से अधिक ऐसे फॉर्म हैं, जहां सांपों को पालने का काम हो रहा है. गांव के करीब 1000 से ज्यादा लोग इसी कारोबार पर निर्भर हैं, वहीं इस काम से लोग लाखों में कमाई कर रहे हैं।