Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने एक बार फिर हिंसक रूप ले लिया है। शनिवार रात रूस द्वारा किए गए ड्रोन हमले के जवाब में यूक्रेन ने रूस की राजधानी मॉस्को पर जबरदस्त एयर स्ट्राइक की। बताया जा रहा है कि यह हमला अब तक का सबसे बड़ा यूक्रेनी हमला है। इस हमले में 16 लोग घायल हो गए हैं और दो बड़े एयरपोर्टों को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा है।
मॉस्को में 5 घंटे चला यूक्रेन का ड्रोन अटैक
मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने पुष्टि की कि यूक्रेन ने रविवार रात करीब 10 बजे से ड्रोन हमला शुरू किया, जो लगभग पांच घंटे तक चलता रहा।
रूस के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यूक्रेन ने 35 ड्रोन दागे, जिनमें से 28 को हवा में ही मार गिराया गया। बाकी ड्रोन राजधानी के कई इलाकों में जाकर गिरे, जिससे लोगों में दहशत फैल गई।
16 लोग घायल, कई भवनों को नुकसान
बेलगोरोद प्रांत के गवर्नर व्याचेस्लाव ग्लाडकोव ने बताया कि इस हमले में कुल 16 लोग घायल हुए हैं और सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं ब्रायंस्क क्षेत्र में एक ड्रोन के क्रैश होने से दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, ड्रोन के मलबे ने कई मकानों और एक 9-मंजिला इमारत को नुकसान पहुंचाया है।
डोमोदेदोव और झुकोवस्की एयरपोर्ट बंद
यूक्रेनी हमले के तुरंत बाद रूस ने डोमोदेदोव (Domodedovo) और झुकोवस्की (Zhukovsky) एयरपोर्ट को तत्काल बंद करने का आदेश दिया।
सुरक्षा कारणों से सभी उड़ानों को या तो रद्द कर दिया गया या अन्य एयरपोर्ट्स की ओर मोड़ दिया गया।
रूसी विमानन अधिकारियों ने कहा कि स्थिति सामान्य होने के बाद ही उड़ानें दोबारा शुरू की जाएंगी।
रूस ने भी किया था ड्रोन अटैक, 3 की मौत
इससे पहले शनिवार रात रूस ने यूक्रेन पर करीब 100 ड्रोन दागे थे, जिनमें से 90 को यूक्रेनी सेना ने हवा में ही नष्ट कर दिया।
यूक्रेनी गृह मंत्री इहोर क्लीमेंको ने बताया कि रूसी हमले में 3 लोगों की मौत और 29 लोग घायल हुए, जिनमें 7 बच्चे भी शामिल हैं।
हमले के कारण यूक्रेन के कई शहरों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई और कई इमारतों को नुकसान पहुंचा।
रूस-यूक्रेन युद्ध में बढ़ा तनाव
रूस और यूक्रेन के बीच यह ड्रोन युद्ध अब नए स्तर पर पहुंच चुका है। दोनों देशों के बीच पिछले कुछ दिनों में हमलों की आवृत्ति और तीव्रता में तेजी आई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह संघर्ष फिलहाल थमने के कोई संकेत नहीं दिखा रहा।
दोनों देशों की सेनाएं अब तकनीकी युद्ध यानी ड्रोन और मिसाइल हमलों पर अधिक ध्यान दे रही हैं, जिससे आम नागरिकों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।





