नई दिल्ली: राजस्थान रॉयल्स (RR) के हेड कोच पद से राहुल द्रविड़ के हटने के एक दिन बाद दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज एबी डिविलियर्स ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। फ्रैंचाइजी की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि द्रविड़ को बड़ी भूमिका देने की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया। बयान में लिखा गया था, 'फ्रैंचाइजी के स्ट्रक्चरल रिव्यू के हिस्से के रूप में राहुल को व्यापक भूमिका दी गई थी, लेकिन उन्होंने इसे नहीं लेने का फैसला किया।' अब इस मामले पर डिविलियर्स ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बड़ी भूमिका देना बस बहाना था। असली योजना द्रविड़ को बाहर का रास्ता दिखाने का था।
डिविलियर्स का बड़ा आरोप
डिविलियर्स ने अपने विचार रखते हुए कहा कि असल में द्रविड़ को टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर साफ शब्दों में कहा, 'मेरे नजरिए से राहुल द्रविड़ को टीम से बाहर कर दिया गया है। ऐसा नहीं लगता कि टीम का साथ छोड़ने का फैसला उनका था।' राहुल द्रविड़ आईपीएल 2012 और 2013 में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान रहे और इसके बाद दो सीजन तक टीम के मेंटर के तौर पर जुड़े रहे। आईपीएल 2025 से पहले उन्हें राजस्थान रॉयल्स का हेड कोच बनाया गया था। हालांकि, उनके कोचिंग कार्यकाल में टीम का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा।
निराशाजनक सीजन और चोटिल कप्तान
आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स की टीम अंक तालिका में नौवें स्थान पर रही। टीम को 14 मैचों में से केवल चार में जीत मिली। इस खराब प्रदर्शन के पीछे कप्तान संजू सैमसन की गैरमौजूदगी भी अहम रही। सैमसन साइड स्ट्रेन की वजह से केवल नौ मैच ही खेल पाए। उनकी गैरहाजिरी में रियान पराग को कप्तानी की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन नतीजा टीम के पक्ष में नहीं रहा।
डिविलियर्स की साफ राय
डिविलियर्स ने आगे कहा, 'द्रविड़ जैसे महान खिलाड़ी और कोच को इस तरह बाहर करना सही नहीं है। उनका खेल को लेकर नजरिया और उनकी ईमानदारी बेमिसाल रही है। मेरे ख्याल से यह कहना कि उन्होंने खुद पद छोड़ दिया, पूरी सच्चाई नहीं है।' सूत्रों के मुताबिक, आरआर की तरफ से बड़े रोल की पेशकश असल में द्रविड़ को टीम की रणनीतिक फैसलों से दूर करने का था। यानी, उन्हें टीम के कोर निर्णयों से हटाकर एक 'पद सम्मान' दिया जा रहा था, जिसे द्रविड़ ने शायद ‘पनिशमेंट प्रमोशन’ की तरह देखा।
द्रविड़ इस फैसले से सहमत नहीं थे!
नियमित कप्तान संजू सैमसन भी आरआर का साथ छोड़ने जा रहे हैं। ऐसे में रियान पराग संभावित कप्तान हो सकते हैं। सूत्रों की मानें तो द्रविड़, रियान को भविष्य में कप्तान बनाए जाने के फैसले से पूरी तरह सहमत नहीं थे। टीम में मौजूद यशस्वी जायसवाल और ध्रुव जुरेल जैसे खिलाड़ी ज्यादा परिपक्व और तकनीकी रूप से बेहतर माने जाते हैं। यशस्वी भले ही कप्तानी में नए हों, लेकिन उनके रन बनाने की क्षमता और अंतरराष्ट्रीय अनुभव उन्हें एक स्वाभाविक विकल्प बनाते हैं। द्रविड़, जिन्होंने हमेशा संयम, निरंतरता और प्रदर्शन को प्राथमिकता दी है, शायद एक ऐसे खिलाड़ी को कप्तानी सौंपे जाने के पक्ष में नहीं थे जो प्रदर्शन में अस्थिर रहा हो।