बरसाती नींबू की खेती : बरसाती नींबू की खेती आपको कर देगी माला-माला बस अपनाये यह वाला खेती का तरीका

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जानें, नींबू की खेती पर कैसे मिलेगी सरकार से आर्थिक सहायता और इसके लिए कैसे करना होगा आवेदन बरसाती नींबू की खेती बरसाती नींबू की खेती आपको कर देगी माला-माला बस अपनाये यह वाला खेती का तरीका

बारिश का मौसम कई प्रकार के फल व सब्जियों की खेती के लिए अच्छा रहता है। इस मौसम में नए पौधों को लगाया जाता है, क्योंकि इस मौसम में वर्षा जल का इस्तेमाल खेती में होता है।बरसाती नींबू की खेती : बरसाती नींबू की खेती आपको कर देगी माला-माला बस अपनाये यह वाला खेती का तरीका इसी मौसम में किसान नींबू की खेती (Lemon Cultivation) करके भी अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं। खास बात यह है कि नींबू की खेती के लिए सरकार की ओर से किसानों को 30,000 रुपए की सब्सिडी (subsidy) यानी आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। जो किसान नींबू की खेती करना चाहते हैं, वे इस योजना का लाभ लेकर बड़ी आसानी से नींबू की खेती कर सकते हैं। इससे कम लागत में किसानों को अधिक मुनाफा मिल सकता है।

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आज हम आपको नींबू की खेती (Lemon Farming) पर सरकार की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी, इसके लिए कैसे आवेदन करना है, आवेदन के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी और नींबू की

एक एकड़ में कितने पौधों का करना होगा रोपण

इस योजना के तहत किसान को नींबू या मीठा नींबू की खेती पर सब्सिडी दी जाएगी। इसके लिए किसान को एक हैक्टेयर में नींबू या मीठा नींबू के 400 पौधों का रोपण करना होगा। इस दौरान पौधे से पौधे की दूरी 5 X 5 मीटर रखनी होगी। किसान इस योजना के तहत 0.1 हैक्टेयर से लेकर अधिकतम 4 हैक्टेयर तक नींबू का बाग लगाकर इसमें मिलने वाली सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। इस योजना को बिहार सरकार की ओर से प्रदेश के सभी जिलों के लिए लागू किया गया है। इस योजना का लाभ केवल बिहार राज्य के किसान ही उठा सकते हैं।

योजना के तहत अनुदान (subsidy) के लिए कैसे करें आवेदन

यदि आप बिहार के किसान हैं और इस योजना के तहत नींबू की खेती पर सब्सिडी (Subsidy on Lemon Farming) का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको इसके लिए राज्य सरकार की शुष्क बागवानी योजना (Dry Gardening Scheme) के तहत आवेदन करना होगा। इस योजना की आधिकारिक बेवसाइट http://horticulture.bihar.gov.in/HORTMIS/Home.aspx आवेदन करना होगा।

आवेदन के लिए किन दस्तावेजों (documents) की आवश्यकता होगी

इस योजना में आवेदन के लिए किसान को आधार कार्ड, खेत की जमीन के कागज, मोबाइल नंबर और बैंक खाता वितरण की आवश्यकता होगी। यह दस्तावेज किसानों को आवेदन करते समय अपने साथ रखने चाहिए ताकि उन्हें आवेदन फॉर्म भरते समय कोई परेशानी नहीं आए।

नींबू की खेती पर कितना आता है खर्चा (Lemon Farming Cost)

जैसा कि सरकार की ओर से नींबू की खेती के लिए 60,000 रुपए की लागत निर्धारित की गई है। इसमें से सरकार किसान को 30,000 रुपए की सब्सिडी दे रही है। इस तरह किसान को मात्र 50 प्रतिशत राशि ही अपने पास से खर्च करनी होगी। यानी किसान 30,000 रुपए खर्च करके नींबू का बाग लगाकर आने वाले वर्षों में इससे काफी अच्छा पैसा कमा सकते हैं।

नींबू की खेती के साथ किसान कर सकते हैं इन फसलों की खेती

किसान भाई नींबू के पौधे की रोपाई के शुरुआती दो से तीन साल में कतार के बीच में पड़ी खाली जगह पर अन्य फसलें उगाकर अपनी इनकम को बढ़ा सकते हैं। इसमें दलहनी फसलें जैसे- मूंग, मटर, उड़द, लोबिया और चना आदि को उगा सकते हैं। इससे किसानों को अतिरिक्त आय प्राप्त होगी।

नींबू की खेती से कितना हो सकता है लाभ (Profit From Lemon Cultivation)

नींबू का एक पेड़ जब पूरी तरह से तैयार हो जाता है तो उससे 20 से 30 किलोग्राम तक नींबू प्राप्त हो सकते हैं। वहीं मोटे छिलके वाले नींबू की उपज 40 किलाग्राम तक प्राप्त की जा सकती है। बाजार में नींबू की कीमत (Price of Lemon) उसके छिलके पर निर्भर करती है। पतले छिलके में रस की मात्रा अधिक होती है इसलिए इसका बाजार में अधिक रेट होता है। जबकि मोटे छिलके के नींबू में रस की मात्रा कम होने से इसका बाजार भाव कम होता है। आमतौर पर बाजार में नींबू का भाव 50 से 70 रुपए किलोग्राम तक होता है। यदि किसान एक हैक्टेयर में 400 पौधे लगता है और यदि नींबू का भाव यदि हम कम से कम 50 रुपए किलोग्राम भी मानें तो किसान एक हैक्टेयर क्षेत्र में नींबू का बाग लगाकर करीब 6 लाख रुपए तक की कमाई आसानी से कर सकता है। 

खेती कितना खर्चा आता है और इससे कितना लाभ हो सकता है आदि बातों की जानकारी दे रहे हैं।

नींबू की खेती पर कितनी मिलेगी सब्सिडी (Subsidy on Lemon Farming)

बिहार सरकार की ओर से किसानों को नींबू की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (सूक्ष्म सिंचाई) आधारित शुष्क बागवानी योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत किसानों को नींबू की खेती के लिए सब्सिडी (Subsidy on Lemon Farming) का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इसके तहत किसानों को 30,000 रुपए की सब्सिडी दी जा रही है। यह सब्सिडी किसानों को तीन किश्तों में क्रमश: 60:20:20 के अनुपातिक प्रतिशत के हिसाब से दी जाएगी। योजना के तहत किसान को पहली किस्त में 18,000 रुपए, दूसरी और तीसरी किस्त में 6,000-6000 रुपए दिए जाएंगे। नींबू की खेती की कुल लागत 60,000 रुपए निर्धारित की गई है। इस तरह किसान को इस योजना के तहत 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी यानी नींबू की खेती का आधा खर्च सरकार देगी।

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