कद्दू के बीज (Pumpkin Seeds) को सुपरफूड कहा जाता है क्योंकि इनमें विटामिन, मिनरल्स और हेल्दी फैट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये बीज ज़िंक, मैग्नीशियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर होते हैं, जो शरीर की सेहत बनाए रखने में मदद करते हैं। लेकिन, जैसा कि कहा जाता है “हर चीज़ की एक हद होती है”, वैसे ही कद्दू के बीज कुछ लोगों के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं।
लो ब्लड प्रेशर वाले लोग न खाएं कद्दू के बीज
अगर आपको लो ब्लड प्रेशर (Low Blood Pressure) की समस्या है, तो कद्दू के बीज से दूर रहना ही बेहतर है। दरअसल, ये बीज ब्लड प्रेशर को कम करने का काम करते हैं, जिससे पहले से लो बीपी वाले लोगों में चक्कर आना, कमजोरी और थकान जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे लोग डॉक्टर की सलाह के बिना कद्दू के बीज का सेवन न करें।
ब्लड प्रेशर या ब्लड थिनर की दवा लेने वाले रहें सावधान
अगर आप हाई ब्लड प्रेशर या ब्लड थिनर (Blood Thinner) की दवाएं ले रहे हैं, तो कद्दू के बीज आपके लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। ये बीज ब्लड प्रेशर को और कम कर सकते हैं और शरीर में अत्यधिक मिनरल्स की मात्रा बढ़ा सकते हैं। इससे ब्लड प्रेशर अचानक गिर सकता है या ब्लीडिंग का खतरा भी बढ़ सकता है।
पेट संबंधी परेशानियों में कद्दू के बीज न खाएं
अगर आपका पाचन कमजोर है या आपको गैस, अपच (Indigestion), पेट फूलना (Bloating) जैसी समस्या रहती है, तो कद्दू के बीज से परहेज़ करें। इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) या इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (IBD) वाले लोगों में तकलीफ बढ़ा सकती है। ऐसे लोगों को बीजों की जगह हल्का और आसानी से पचने वाला खाना लेना चाहिए।
किडनी के मरीजों को भी नहीं खाने चाहिए कद्दू के बीज
कद्दू के बीज में ऑक्सलेट (Oxalate) की मात्रा ज्यादा होती है, जो किडनी स्टोन (Kidney Stone) की समस्या को बढ़ा सकती है। जिन लोगों को पहले कभी पथरी हुई है या किडनी कमजोर है, उन्हें इन बीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। ज्यादा ऑक्सलेट शरीर में जमा होकर पथरी बनने का खतरा बढ़ा देता है।





