नई दिल्ली : भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पांचवां और आखिरी मुकाबला लंदन के ओवल में खेला जा रहा है। टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल ने इस मुकाबले के लिए प्लेइंग-11 में चार बदलाव किए। जसप्रीत बुमराह, शार्दुल ठाकुर, अंशुल कंबोज और ऋषभ पंत यह मैच नहीं खेले। उनकी जगह प्रसिद्ध कृष्णा, आकाश दीप, करुण नायर और ध्रुव जुरेल को प्लेइंग-11 में शामिल किया गया। चेतेश्वर पुजारा को टीम से बाहर करने के बाद अब तक भारत को नंबर तीन पर कोई स्थाई खिलाड़ी नहीं मिल पाया है। इस दौरान टीम इंडिया ने कई खिलाड़ियों को आजमाया है, लेकिन बस नाकामी हाथ लगी है। सुदर्शन को पहले टेस्ट में तीसरे नंबर पर आजमाया गया, फिर करुण नायर को भी आजमाया गया, लेकिन दोनों तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए कुछ खास नहीं कर सके हैं। ऐसे में, नंबर तीन पर एक मजबूत बल्लेबाज की खोज जारी है।
सुदर्शन को पहले टेस्ट में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी का का मौका मिला। हालांकि, उस टेस्ट में हार के बाद उन्हें अगले टेस्ट से बाहर कर दिया गया। हेडिंग्ल में सुदर्शन पहली पारी में खाता नहीं खोल सके थे, जबकि दूसरी पारी में 30 रन बनाए थे। इसके बाद करुण को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी का मौका मिला। करुण ने एजबेस्टन में 31 और 26 रन की पारी और लॉर्ड्स में 40 और 14 रन की पारी खेली। इसके बाद मैनचेस्टर टेस्ट के लिए करुण को भी ड्रॉप किया गया और वापस से सुदर्शन पर भरोसा जताया गया। सुदर्शन पहली पारी में जरूर 61 रन बनाए, लेकिन फिर उनके बल्ले से रन ही नहीं निकले। मैनचेस्टर टेस्ट की दूसरी पारी में वह खाता भी नहीं खोल सके। फिर ओवल में पहली पारी में सुदर्शन 38 रन और दूसरी पारी में 11 रन बना सके।
इस तरह नंबर तीन पर सुदर्शन की पहली अंतरराष्ट्रीय सीरीज का अंत तीन टेस्ट की छह पारियों में 140 रन के साथ हुआ। इस दौरान उनका औसत 23.3 का रहा। वहीं, करुण ने नंबर तीन पर चार पारियों में 111 रन के साथ किया। जब विराट कोहली टेस्ट टीम का हिस्सा थे तो गिल को नंबर तीन स्थान दिया गया था। कोहली के संन्यास लेने पर नंबर चार पर कोहली के स्थान पर गिल को शिफ्ट किया गया और उन्होंने इतिहास रच दिया। वहीं, रहाणे के नंबर पांच पर पंत पिछले कुछ समय से काफी सफल रहे हैं। हालांकि, गिल के नंबर तीन से हटने के बाद से कोई स्थाई नंबर तीन नहीं मिल पाया है।
पिछले 10 टेस्ट यानी ऑस्ट्रेलिया दौरे से बात करें तो भारत ने पांच खिलाड़ियों को अब तक नंबर तीन पर आजमाया है। इनमें गिल के अलावा देवदत्त पडिक्कल, केएल राहुल, साई सुदर्शन और करुण शामिल हैं। पडिक्कल को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में खिलाने के बाद अगले टेस्ट में ड्रॉप कर दिया गया। वहीं, गिल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे और तीसरे टेस्ट में नंबर तीन पर खेले, लेकिन चौथे टेस्ट में उन्हें बाहर कर दिया गया। चौथे टेस्ट में केएल राहुल को तीसरे स्थान पर बल्लेबाजी करने को कहा गया। फिर कंगारुओं के खिलाफ पांचवें टेस्ट में गिल ने नंबर तीन पर वापसी की।
फिर इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में सुदर्शन से नंबर तीन पर बल्लेबाजी करवाई गई। फिर दूसरे-तीसरे टेस्ट में करुण नायर तीन नंबर पर उतरे। चौथे और पांचवें टेस्ट में सुदर्शन से नंबर तीन पर बल्लेबाजी कराई गई। 21वीं सदी में टेस्ट में राहुल द्रविड़ और फिर उसके बाद चेतेश्वर पुजारा ने नंबर तीन पर राज किया था। द्रविड़ ने टेस्ट करियर में बनाए 13,288 रन में से 10,524 रन तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए बनाए थे। वहीं, उनके उत्तराधिकारी पुजारा ने टेस्ट करियर में बनाए 7195 रन में से 6529 रन तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए बनाए। हालांकि, द्रविड़ और पुजारा की तरह भारतीय टीम को अब भी भरोसेमंद नंबर तीन का इंतजार है।