बैतूल-पत्रकार के कपड़े उतरवाने के मामले ने प्रदेश अब तूल पकड़ लिया है प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के विरोध के अलावा पत्रकार संगठन भी विरोध प्रदर्शन कर रहे है । वायरल हुई अर्धनग्न तस्वीरों को कई नेताओं ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट कर सरकार को घेरा है ।
दरअसल सीधी में भाजपा विधायक के खिलाफ खबरें लिखने पर पत्रकार को थाने में बंद करने और कपड़े उतरवाने के मामले में सीधी पुलिस सवालों के घेरे में है। पुलिसकर्मियों ने अर्धनग्न कर फोटो खीचें और उन्हें वायरल कर दिया। फोटो में पत्रकार कनिष्क तिवारी सहित नौ युवक अंडरवियर में नजर आ रहे हैं।
इस मामले को लेकर शुक्रवार को जनर्लिस्ट यूनियन ऑफ मप्र जिला इकाई बैतूल के तत्वावधान में आज बैतूल के पत्रकारों ने सीधी की घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। पत्रकारों ने रैली निकालकर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि सीधी जिले के पत्रकारों को पुलिस द्वारा झूठे मामले में फंसाकर मामला दर्ज कर उनके साथ अमानवीय कार्रवाई कर अद्र्धनग्न कर उनके फोटो वायरल कर पत्रकारों की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया, जो निंदनीय है।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार राम किशोर पवार, आनंद सोनी, संजय शुक्ला पप्पी, राज मालवीय, नरेश मांडेकर,नितिन अग्रवाल ,अब्बू राठौर ,संजय द्विवेदी ,मुकेश गायकवाड ,तक्षित सोनारे ,पुंकेश भट्करें, अजय पवार, रामदास पाटील ,अशोक झरबड़े ,योगेश गुप्ता ,राजकुमार बारसे, कुलदीप पहाड़े ,सुभाष बारसे ,ललित चौहान ,रमेश पिल्लई ,राजेश खडसे, अल्ताफ खान ,अमित पवार ,उमाकांत शर्मा महेश राठौर ,कमलेश जावलकर ,मोहित पवार सहित बड़ी संख्या में पत्रकार उपस्थित थे।