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कमजोर मांग से टूटी कीमतें: सोना-चांदी सस्ते हुए, निवेशकों के लिए अवसर

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व्यापार : स्टॉकिस्टों की मुनाफावसूली और वैश्विक बाजारों में नरम रुख के कारण सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज हुई। राजधानी दिल्ली में गुरुवार को सोने की कीमत 1,400 रुपये की गिरावट के साथ 99,620 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 1,200 रुपये गिरकर 99,250 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। वहीं चांदी की कीमतें 3,000 रुपये गिरकर 1,15,000 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) पर आ गईं। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने इसकी पुष्टि की है। 

व्यापार समझौते ने जोखिम को किया कम

जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज के कमोडिटी एवं करेंसी रिसर्च के उपाध्यक्ष (ईबीजी) प्रणव मेर ने कहा कि अमेरिका द्वारा जापान और फिलीपींस के साथ व्यापार समझौतों की घोषणा के बाद जोखिम प्रीमियम में कमी होने से मुनाफावसूली के कारण सोने की कीमतों में गिरावट आई है। इससे विशेष रूप से चीन और यूरोप के साथ ऐसे और अधिक सौदे होने की उम्मीद बढ़ गई है। हालांकि, प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले कमजोर डॉलर से कीमतों को कुछ समर्थन मिल सकता है।

वैश्विक बाजार में गिरी सोने-चांदी की कीमतें

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना हाजिर 24.35 डॉलर यानी 0.72 प्रतिशत गिरकर 3,362.88 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। वहीं वैश्विक स्तर पर हाजिर चांदी 0.53 प्रतिशत गिरकर 39.05 डॉलर प्रति औंस पर आ गयी।

सोना पांच सप्ताह के उच्चतम स्तर से नीचे आया

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा कि सोना पांच सप्ताह के उच्चतम स्तर से नीचे आया और गुरुवार को भी इसमें गिरावट जारी रही। अमेरिका और उसके प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के बीच व्यापार समझौते को लेकर आशावाद ने सुरक्षित निवेश के विकल्प वाली परिसंपत्तियों की मांग को कम कर दिया।

थोड़े समय के लिए है यह गिरावट 

एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (कमोडिटी एवं करेंसी) अनुसंधान विश्लेषक जतीन त्रिवेदी ने कहा कि पिछले महीने, टैरिफ वार्ताओं के ठप रहने के बीच सोने में लगातार बढ़त दर्ज की गई थी। लेकिन ताजा सौदों की घोषणाओं से तनाव कम होने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। इससे अल्पावधि में सोने की मांग कम हो गई है।

फेडरल रिजर्व की निर्णय का है निवेशकों को इंतजार

आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के एवीपी (कमोडिटीज एंड करेंसीज) मनीष शर्मा ने कहा कि अगले सप्ताह फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति के निर्णय से पहले आर्थिक स्वास्थ्य का आकलन करने के लिए गुरुवार को अमेरिकी साप्ताहिक बेरोजगारी दावों की संख्या और एसएंडपी ग्लोबल फ्लैश पीएमआई डेटा पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यूरोपीय सेंट्रल बैंक द्वारा आज ब्याज दर पर लिए जाने वाले निर्णय को लेकर भी व्यापारी सतर्क रह सकते हैं। इससे वैश्विक मुद्रा जोड़ियों में अस्थिरता पैदा हो सकती है।

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