Search ई-पेपर ई-पेपर WhatsApp

भिंड में गरमाया सियासी पारा: कलेक्टर पर मुक्का तानने वाले विधायक नरेंद्र कुशवाह ने बताई अपनी बात

By
On:

भिंड: कलेक्टर को मुक्का दिखाकर सुर्खियां बटोरने वाले भिंड के विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह वर्तमान में चर्चाओं के केंद्र में हैं। कोई उनकी हरकत को सही बता रहा है तो वहीं, कुछ लोग कलेक्टर को भी लगातार कोसे जा रहे हैं। भिंड विधायक और कलेक्टर की बीच हुई जमकर बहस और हाथापाई तक पहुंची नौबत को लेकर विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह से चर्चा की। आइए जानते हैं, उन्होंने क्या कहा-

कलेक्टर-विधायक का वायरल वीडियो

गौरतलब है कि बुधवार को भिंड के एक विधायक का वीडियो जमकर वायरल हुआ, जिसमें कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव और भिंड विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह के बीच जमकर बहस होते नजर आ रही थी। इस बहस ने बाद में झड़प का रूप लिया तो मामला मारपीट तक पहुंच गया। नौबत यहां तक आ गई कि कलेक्टर ने विधायक को उंगली दिखाकर औकात दिखाने कि बात कही। इस पर विधायक ने भी कलेक्टर को मारने के लिए हाथ उठा लिया। इसके बाद से ही प्रशासनिक और राजनीतिक गलियारों में माहौल गर्म हो गया।
  
विधायक से की बात

इस मामले में विधायक से जब चर्चा की तो उन्होंने बताया कि जिलेभर में जनता खाद की समस्याओं को लेकर परेशान है। कई बार लोग कलेक्टर के पास पहुंचे तो लोगों को सुना तक नहीं। यहां तक कि हमने लोगों के लिए कलेक्टर को फोन भी किया। लेकिन कलेक्टर ने फिर भी लोगों से मिलना तक जरूरी नहीं समझा।

लोगों ने विधायक से किए सवाल-जवाब

कलेक्टर ने जब लोगों से बात नहीं की तो लोग मेरे पास दोबारा आए और कहा कि हमने आपको इसी तरह परेशान होने के लिए वोट दिए थे। ताकि खाद की दो बोरियों के लिए रात दिन घंटों तक लाइनों में खड़ा होना पड़े। आप हमारे जन प्रतिनिधि हो फिर भी हमें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

चर्चा के लिए गए थे कलेक्टर के बंगले

विधायक कुशवाह ने बताया कि इन्हीं समस्याओं को लेकर हम कलेक्टर बंगले पर चर्चा करने गए थे। लेकिन वह चर्चा करने के बजाए विवाद करने लगे। मुझे उकसाने लगे। मैं किसानों के लिए खाद की बात करने गया था। वो मामले को मोड़ने के लिए रेत की बात करने लगे। मुझे उंगली तक दिखाने लगे। इसी बात पर विवाद शुरु हुआ था।

जनप्रतिनिधि का दायित्व निभाया

भिंड विधायक का कहना है कि एक तरफ जहां लोग परेशान हैं, तो वहीं दूसरी तरफ भिंड का खाद अन्य जिलों में भेजा जा रहा है। इसकी शिकायतें भी उनके पास आई हैं। यहां तक कि लोगों ने पर्चियां तक दिखाई हैं। अब ऐसे में एक जनप्रतिनिधि के दायित्व का वहन तो मुझे करना ही होगा।

For Feedback - feedback@example.com
Home Icon Home E-Paper Icon E-Paper Facebook Icon Facebook Google News Icon Google News