वायनाड में वोटिंग के बाद हो सकता है ऐलान
Political News – भोपाल/ब्यूरो – कांग्रेस अभी तक उत्तर प्रदेश की दो प्रमुख सीटों पर अपने उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं कर पाई है। और इन दोनों ही सीटों पर अभी तक कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष रही सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी चुनाव लड़ते आए हैं। उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी सीट गांधी परिवार की सबसे मजबूत सीट मानी जाती है लेकिन एक बार रायबरेली से इंदिरा गांधी और एक अमेठी से राहुल गांधी चुनाव हार चुके हैं। इसलिए इस बार कांग्रेस इन दोनों सीटों पर उम्मीदवार घोषित करने के लिए फूंक-फूंककर कदम रख रही है।
अमेठी से फिर लड़ सकते हैं राहुल गांधी | Political News
दिल्ली के राजनैतिक हल्को में यह चर्चा तेज हो गई है कि एक बार फिर राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की अमेठी से चुनाव लड़ सकते हैं। लगातार कई बार अमेठी से चुनाव जीते राहुल पिछली बार भाजपा की स्मृति इरानी से चुनाव हार गए थे लेकिन केरल के वायनॉड से भी चुनाव लड़ रहे राहुल गांधी वहां से जीतकर लोकसभा में पहुंच गए थे। इस बार उन्होंने अभी तक वायनाड से ही चुनाव लडऩा तय किया था। 26 अप्रैल को वहां मतदान है। बताया जा रहा है कि 26 अप्रैल को वहां वोटिंग होने के बाद राहुल गांधी के अमेठी से लडऩे की भी घोषणा होगी ताकि वायनाड का मतदान प्रभावित ना हो। वैसे भी वायनाड से इंडी गठबंधन के दो दलों के उम्मीदवारों का आमने-सामने आना राहुल के लिए खतरे की घंटी बताया जा रहा है। गौरतलब है कि अमेठी सीट से राजीव गांधी, उनके भाई संजय गांधी, परिवार के अरूण नेहरू, पूर्व में सांसद रह चुके हैं।
रायबरेली से प्रियंका गांधी हो सकती है उम्मीदवार
कांग्रेस की राष्ट्रीय महामंत्री और पिछले कुछ वर्षों से कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय सोनिया गांधी की पुत्री एवं राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी भी उत्तर प्रदेश की रायबरेली से नामांकन भर सकती हैं। इस सीट से अभी तक उनकी माँ सोनिया गांधी लगातार कई बार चुनाव जीत चुकी हैं लेकिन इस बार सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा की सदस्य निर्वाचित हो गई हैं इसलिए कांग्रेस को इस सीट से नया उम्मीदवार ढूंढना पड़ रहा है। इस सीट पर पूर्व में कई बार पूर्व प्रधानमंत्री और राहुल गांधी की दादी श्रीमती इंदिरा गांधी चुनाव जीत चुके हैं। लेकिन 1977 में समाजवादी राजनारायण से चुनाव हार गई थी। यदि प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ती हैं तो यह उनके जीवन का पहला चुनाव होगा।
बेटे-बेटियों पर लग रहा दांव | Political News
इस बार विपक्षी दलों के गठबंधन इंडी में शामिल कई दलों के बड़े नेताओं के बेटे-बेटियां भी विभिन्न राज्यों की लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें से कई तो पहली बार लोकसभा के चुनाव मैदान में दिख रहे हैं और कई फार्म भरने वाले हैं। सबसे पहले कांग्रेस के नेताओं की बात करें तो कल घोषित बिहार के पांच उम्मीदवारों में चार बड़े नेताओं के बच्चे हैं। लोकसभा की पूर्व सांसद मीरा कुमार और बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद का बेटा भी चुनाव मैदान में है। वहीं राजद के लालू यादव की दो लड़कियां पहली बार बिहार की दो सीटों से चुनाव मैदान में हैं। पश्चिम बंगाल में ममता बेनर्जी के भतीजा और उनका राजनैतिक वारिस डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में है। इसके अलावा राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र, असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगई के पुत्र गौरव गोगई, एनसीपी के शरद पंवार की पुत्री सुप्रिया सूले बारामती से, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव सहित 6 परिजन चुनाव मैदान में है। स्वयं अखिलेश यादव भी कल कन्नौज से नामांकन भर सकते हैं। यहां अभी लालू यादव के दामाद तेजप्रताप यादव को उम्मीदवार को उम्मीदवार घोषित किया गया है।
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