Political News – तीन तेरह नौ अठारह? कांग्रेस में रोज बन रहे नए समीकरण

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Political Newsबैतूल जिले में कांग्रेस की स्थिति तीन, तेरह, नौ अठारह जैसी दिख रही है। क्योंकि लंबे समय से जिले में कांग्रेस दो गुटों में विभाजित थी लेकिन अब तीन गुट तो स्पष्ट रूप से कांग्रेस की राजनीति करते नजर आ रहे हैं जो 2023 के विधानसभा चुनाव में क्या असर डालेंगे अभी नहीं कहा जा सकता है?

वैसे कर्नाटक में कांग्रेस सरकार बनने के बाद जहां राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस का मनोबल अचानक इतना बढ़ गया है कि राहुल गांधी को फिर एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने प्रमुख दावेदार के रूप में प्रोजेक्ट किया जा रहा है। वहीं संपूर्ण विपक्ष में भी कांग्रेस की स्वीकार्यता बढ़ी है। मध्यप्रदेश में इसी वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह फिर एक बार कांग्रेस को सत्ता में वापस लाने के लिए जी तोड़ प्रयास कर रहे हैं।

वहीं बैतूल सहित प्रदेश के कई जिलों में कांग्रेसियों में नए समीकरण बनते दिखाई दे रहे हैं। और इसका कितना फायदा-नुकसान विधानसभा चुनाव के दौरान होगा? यह अभी कहना जल्दी होगा।

वर्षों से बैतूल जिले में कांग्रेस दो प्रमुख गुटों में बंटी रही है। जिनमें एक गुट का नेतृत्व लंबे समय तक पूर्व विधायक स्व. विनोद डागा करते रहे हैं वहीं दूसरे गुट को ताकत पूर्व मंत्री स्व. रामजी महाजन से मिलती रही है। अभी कुछ समय पहले तक भी जिले में कांग्रेस की यही स्थिति थी जिसमें गुटों के नेता बदल गए थे।

जहां बैतूल विधानसभा सीट से पहली बार कांग्रेस की टिकट पर बड़े अंतर से निर्वाचित हुए युवा निलय डागा अब जिले में एक गुट का नेतृत्व कर रहे हैं। वहीं दूसरे गुट को पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे ताकत देते रहते हैं। लेकिन वर्तमान समय में कांग्रेस में ऐसी परिस्थितियां निर्मित हुई हैं कि अब कांग्रेस में तीसरा गुट भी उभरकर आया है। वहीं कुछ ऐसे कांग्रेसी भी हैं जो ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर की तर्ज पर चलते हुए कांग्रेस के लिए निष्ठावान रहते हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के कट्टर समर्थक और विश्वसनीय सुनील शर्मा को मई 2018 में जिला कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन कुछ समय पूर्व उनका कद सीमित कर जिला कांग्रेस कमेटी शहर बनाया दिया गया है। वहीं पूर्व एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष हेमंत वागद्रे को जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण का अध्यक्ष बनाया गया है। लगभग दो वर्ष पहले तक सुनील शर्मा, मुलताई विधायक सुखदेव पांसे के साथ खड़े दिखाई देते थे लेकिन बाद में बैतूल विधायक निलय डागा के हर राजनैतिक कदम में साथ चलते रहे। लेकिन जैसे ही जिला कांग्रेस में दो अध्यक्षों को बनाने की बात आई तो सुनील शर्मा ने अपना रूख बदल लिया है।

सुनील शर्मा हो गए गुट के प्रमुख | Political News

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि जब जिला कांग्रेस के दो टुकड़े हो रहे थे उस समय बैतूल विधायक ने सुनील शर्मा का उस तरह से पक्ष नहीं लिया जिस तरह से लिया जाना था। वहीं मुलताई विधायक खुलकर शर्मा के खिलाफ थे और इसके चलते श्री शर्मा का राजनैतिक कद छोटा हो गया। इसके बाद से ही सुनील शर्मा एकला चलो की नीति पर कांग्रेस में काम कर रहे हैं।

उनके साथ प्रदेश कांग्रेस के सचिव समीर खान, जिला कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी ब्रज पांडे, अनिल मगरकर साथ चल रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार हाल ही में जिला युवक कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष अम्बर बुनकर एवं जिला एनएसयूआई के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष मनकिब अहमद उर्फ जैद खान भी इसी गुट से जुड़े हुए हैं। यह बताया जा रहा है कि जिला कांग्रेस महिला ग्रामीण कार्यवाहक अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा पेंंद्राम भी सक्रिय हैं।

पांसे गुट हर विधानसभा में ठोकेगा दावा | Political News

इधर वर्षों से जिले में कांग्रेस की राजनीति में अपना विशेष स्थान बनाए हुए पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे के साथ घोड़ाडोंगरी विधायक ब्रम्हा भलावी, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के पूर्व अध्यक्ष अरूण गोठी, जिला कांग्रेस के पदाधिकारी नवनीत मालवीय, वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरेंद्र मिश्रा, तिरूपति एरूलु, पूर्व नपाध्यक्ष मनोज मालवे आमला, प्रदीप झोड़ आठनेर, संजय यादव मुलताई सहित जिले के हर क्षेत्र के कई कांग्रेसी शामिल है।

आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान पांसे गुट का यह प्रयास रहेगा कि जिले की सभी विधानसभा सीटों से उनके समर्थकों को कांग्रेस से टिकट मिल सके। वैसे अरूण गोठी अपने स्तर पर बैतूल विधानसभा सीट से कांग्रेस से टिकट का दावा ठोंक रहे हैं। इसी तरह से आमला से मनोज मालवे, घोड़ाडोंगरी से ब्रम्हा भलावी, मुलताई से स्वयं सुखदेव पांसे प्रमुख दावेदार बताए जा रहे हैं।

पिता के समर्थकों को लेकर चल रहे निलय डागा | Political News

पहले पिता स्व. विनोद डागा के सानिध्य में राजनैतिक का ककहरा सीखने वाले बैतूल विधानसभा सीट के युवा विधायक निलय डागा अपने जीवन के पहले ही चुनाव में बड़े अंतर से जीत कर विधायक बने और अपनी सक्रियता से उन्होंने जिले के हर क्षेत्र में अपने पिता के समर्थकों को अपने साथ जोडऩे में सफलता प्राप्त की। नागरिक आपूर्ति निगम के पूर्व उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता राजेंद्र जायसवाल लंबे समय से श्री डागा के साथ दिखाई दे रहे हैं।

हाल ही में जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष बने हेमंत वागद्रे वैसे तो पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते रहे हैं लेकिन कांग्रेस में अपने घोर विरोधी रहे निलय डागा के साथ अध्यक्ष बनने के साथ जिस तरह से ट्यूनिंग बैठाए हुए हैं उससे राजनैतिक हल्कों में आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है।

इसके अलावा श्री डागा के साथ अग्रवाल समाज के अध्यक्ष एवं पिछले 30 वर्षों से कृषि उपज मंडी के व्यापारी प्रतिनिधि प्रमोद अग्रवाल, विजय पारधे युवक कांग्रेस अध्यक्ष, पूर्व लोकसभा क्षेत्र युवक कांग्रेस अध्यक्ष बब्बा राठौर, जिला राठौर समाज के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एवं खेड़ी के पूर्व सरपंच सुभाष राठौर, ब्लाक अध्यक्ष तरूण महाजन, मोनू बडोनिया, कैलाश पटेल, डॉ. ज्ञानदेव माथनकर आठनेर, नरेंद्र शुक्ला बैतूलबाजार, नारायण सरले बडोरा, ललित राठौर बैतूलबाजार सहित बड़ी संख्या में युवा साथ हैं।यह भी बताया जा रहा है कि भैंसदेही के दो बार के कांग्रेस विधायक धरमूसिंह भी निलय डागा से समीकरण बनाकर चल रहे हैं।

जिले में कांग्रेस के विभिन्न गुटों से तालमेल बैठाते हुए कांग्रेस के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं और नेताओं का भी एक समूह है जो बिना किसी गुट के कांग्रेस के लिए कार्य करते रहता है। इनमें पूर्व मंत्री प्रताप सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता एवं कांग्रेस नेता प्रशांत गर्ग, राजरानी परिहार मुलताई, कांग्रेस के प्रवक्ता रहे हेमंत पगारिया, धीरू शर्मा , रमेश भाटिया, नपा बैतूल में नेता प्रतिपक्ष राजकुमार दीवान, सुनील जेधे, अधिवक्ता कल्लू सिंह ठाकुर, शमीम खान मुलताई, स्पेंसरलाल पाढर, युवा नेता राहुल उइके सातलदेही सहित अन्य शामिल है।

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