वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 51वीं बार अपने संसदीय क्षेत्र काशी पहुंचे। सेवापुरी के बनौली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर से करोड़ो की सौगात दी। 2,183 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और आधारशिला इस बार के दौरे में पीएम मोदी ने काशीवासियों को दी।
सावन के महीने में पीएम मोदी काशी विश्वनाथ दर्शन करने नहीं जा पाए। इसकी टीस उन्होंने मंच से खुल कर बताई। सावन के महीनों में यादव बंधुओ द्वारा किये जाने वाले जलाभिषेक की परंपरा का भी पीएम मोदी ने जिक्र करते हुए इसे शानदार अनुभति बताया। अक्सर जब पीएम मोदी काशी आते हैं तो विश्वनाथ मंदिर में उनके जाने की अटकलें लगती रहती है। पहलगाम हमले का बदला पूरा होने का श्रेय भी पीएम मोदी ने बाबा विश्वनाथ को दिया। पीएम मोदी ने कहा कि बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से ही पहलगाम हमले का बदला पूरा हुआ था। सावन के महीने में आने की वजह से प्रशासन की तैयारी भी थी कि शायद पीएम मोदी काशी विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए जाएं।
काशी विश्वनाथ न जाने की वजह जानिए
पीएम मोदी ने अपने इस दौरे पर काशी विश्वनाथ न जाने की वजह बताई। पीएम मोदी ने कहा कि इस बार उनका काशी विश्वनाथ मंदिर और कैथी स्थित मार्कण्डेय महादेव मन्दिर जाने की बड़ी इक्षा थी। लेकिन सावन में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ देखते हुए कही। उन्हें मेरी वजह कोई असुविधा न हो श्रद्धालुओ को दर्शन में कोई तकलीफ न हो। इसलिए इस बार मैं काशी विश्वनाथ दर्शन के लिए नही जा रहा हूं। पीएम मोदी में कहा कि मैं यही सेवापुरी के इस मंच से बाबा विश्वनाथ और मां गंगा को प्रणाम करता हूं।
पीएम मोदी बोले
पीएम मोदी ने यादव बंधुओ द्वारा किये जाने वाले जलाभिषेक का खास तौर पर जिक्र करते हुए कहा कि सावन के पहले सोमवार को जब यादव घडो में गंगा जल ले कर गौरी केदारेश्वर के जलाभिषेक करने जाते है तो ये दृश्य अत्यंत मनोहारी होता है। इसी जलाभिषेक के समय डमरू की थाप पर हर हर महादेव का नारा लगाते हुए जब जलाभिषेक करते हैं तो वो दृश्य बहुत रोमांचित करता है। मैंने सावन में काशी आने वाले श्रद्धालुओ का रेला तस्वीरों में देखा है। मेरे लिए ये गौरव की बात है ये दिव्य काशी , भव्य काशी , नव्य काशी मेरी काशी है ।