प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को उनके 73वें जन्मदिन पर फोन कर शुभकामनाएं दीं। इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने भारत और रूस के बीच विशेष सामरिक साझेदारी (Special Strategic Partnership) को और मजबूत करने का संकल्प दोहराया।
पुतिन को फोन कर पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को फोन पर जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि भारत-रूस के बीच दशकों से चले आ रहे भरोसेमंद रिश्ते आज भी उतने ही मजबूत हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा, रक्षा और व्यापार के क्षेत्र में सहयोग लगातार बढ़ रहा है।
भारत-रूस रिश्तों पर दोनों नेताओं की चर्चा
इस दौरान दोनों नेताओं ने आर्थिक सहयोग, वैश्विक शांति और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस की साझेदारी न केवल द्विपक्षीय स्तर पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी एक-दूसरे का समर्थन करती है। पुतिन ने भी भारत के साथ अपने पुराने और गहरे रिश्तों को लेकर खुशी जाहिर की।
भारत में 23वें वार्षिक सम्मेलन का रहेगा इंतजार
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बातचीत में यह भी कहा कि भारत को राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करने का इंतजार है। उन्होंने कहा, “हम जल्द ही भारत में होने वाले 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन (Annual Summit) में राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।” यह बैठक दोनों देशों के रिश्तों को और नई ऊंचाइयों पर ले जाने का अवसर होगी।
सामरिक साझेदारी को और मिलेगा बल
भारत और रूस के बीच रक्षा क्षेत्र में वर्षों से मजबूत संबंध रहे हैं। दोनों देश सैन्य तकनीक, ऊर्जा सहयोग, और अंतरिक्ष अनुसंधान में मिलकर काम कर रहे हैं। इस फोन वार्ता के बाद माना जा रहा है कि आने वाले समय में यह साझेदारी और अधिक सुदृढ़ होगी।
वैश्विक मुद्दों पर भी हुई चर्चा
दोनों नेताओं ने बातचीत के दौरान वैश्विक स्थिरता, यूक्रेन संकट और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया। प्रधानमंत्री मोदी ने दोहराया कि भारत शांति और संवाद के मार्ग पर विश्वास करता है और हर परिस्थिति में मानवता के हित को सर्वोपरि रखता है।
प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन के बीच यह बातचीत एक बार फिर इस बात की पुष्टि करती है कि भारत और रूस का रिश्ता सिर्फ रणनीतिक नहीं, बल्कि विश्वास और आपसी सम्मान पर आधारित एक गहरी मित्रता है।





