खेत के धूरे पर ये पेड़ लगाकर करें खेती! 3-4 साल में बना देगा करोड़पति, ये पेड़ है किसानों के लिए वरदान, सागवान की खेती भारत में एक लोकप्रिय कृषि व्यवसाय बन रही है। इसकी महंगी और मजबूत लकड़ी के कारण, सागवान के पेड़ों की मांग बाजार में हमेशा बनी रहती है। अगर आप भी सागवान की खेती शुरू करने का विचार कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी होगा।
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सागवान की खेती क्यों?
- उच्च मूल्य: सागवान की लकड़ी की कीमत लगातार बढ़ती रहती है, जिससे यह एक लंबी अवधि का निवेश होता है।
- कम रखरखाव: सागवान के पेड़ों को बहुत कम देखभाल की आवश्यकता होती है।
- मिट्टी और जलवायु के अनुकूल: यह विभिन्न प्रकार की मिट्टी और जलवायु में उग सकता है।
- पर्यावरण के लिए अच्छा: सागवान के पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जिससे पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में मदद मिलती है।
सागवान की खेती कैसे करें?
- जमीन की तैयारी:
- खेत को अच्छी तरह से जोतें।
- खेत में 8-10 फीट की दूरी पर गड्ढे खोदें।
- पौधे लगाना:
- 2 साल पुराने सागवान के पौधे लगाएं।
- पौधे को गड्ढे के बीच में लगाएं और मिट्टी से अच्छी तरह ढक दें।सागवान का पौधा लगाना
- सिंचाई:
- शुरुआती कुछ वर्षों में नियमित रूप से सिंचाई करें।
- बारिश के मौसम में सिंचाई की आवश्यकता कम होती है।
- खाद देना:
- हर 2-3 साल में गोबर की खाद और उर्वरक दें।
- निरीक्षण:
- समय-समय पर पौधों का निरीक्षण करें और कीटों और बीमारियों से बचाएं।
सागवान की खेती में कितना समय लगता है?
सागवान का पेड़ पूरी तरह से बढ़ने में 3 से 4 वर्षों का समय लगता है।
सागवान की खेती से कितना मुनाफा होता है?
सागवान की खेती से होने वाला मुनाफा कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे कि जमीन की गुणवत्ता, जलवायु, और लकड़ी की कीमत।