Petrol Pump Fraud: पेट्रोल पम्प पर धोखाधड़ी से बचने के लिए अपनाये ये आसान टिप्स

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Petrol Pump Fraud: पेट्रोल पम्प पर धोखाधड़ी से बचने के लिए अपनाये ये आसान टिप्स। आप अक्सर अपनी गाड़ी में ईंधन भरवाने के लिए पेट्रोल पम्प जाते होंगे। कई बार पेट्रोल पम्प पर गाड़ी में ईंधन भरवाते समय ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी हो जाती है। इसी को देखते हुए हम यहां बता रहे हैं कि ईंधन भरवाते समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आप किसी भी तरह से ठगे न जाएं।

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सावधानी हटी, गाड़ी हल्की

जब भी आप पेट्रोल पम्प पर पेट्रोल, सीएनजी या डीजल भरवाने जाते हैं, तो सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। अगर आप गाड़ी में बैठे रहते हैं और मीटर को नजरअंदाज करते हैं, तो आपको नुकसान हो सकता है। इन दिनों पेट्रोल पंपों पर कई मामले सामने आ रहे हैं। जिनमें से तीन ऐसे मामले हैं, जिन्हें ज्यादातर लोग इग्नोर कर देते हैं। जिसकी वजह से आपको नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं पेट्रोल पंपों पर लोगों के साथ कैसे धोखाधड़ी की जाती है।

मीटर पर रखें नजर

पेट्रोल पम्प पर ईंधन भरवाते समय मीटर पर हमेशा नजर रखें। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आप ठगे जा सकते हैं। ज्यादातर लोग गोल जैसे 200, 500, 400 में पेट्रोल-डीजल या सीएनजी भरवाते हैं। ऐसा करना आपको नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल, कई पेट्रोल पंपों पर मशीनों में गड़बड़ी की जाती है, जिसके चलते आपकी गाड़ी में कम ईंधन भर जाता है। इसे आप इस तरह समझ सकते हैं कि जितना ईंधन जाना चाहिए, उससे कम ईंधन आपकी गाड़ी में जाता है। इससे बचने के लिए हमेशा गोल цифर से 2-3 रुपये ऊपर या नीचे ईंधन भरवाएं।

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डेंसिटी जरूर चेक करें

पेट्रोल पंप पर ईंधन भरवाते समय मीटर के साथ-साथ डेंसिटी पर भी नजर रखनी चाहिए। इससे आपको पता चलता है कि ईंधन कितना शुद्ध या असली है। पेट्रोल पंप पर मिलने वाले ईंधन की डेंसिटी सरकार द्वारा तय की जाती है, जो उसकी क्वालिटी बताती है। अगर यह निर्धारित सीमा से ज्यादा है, तो इसका मतलब है कि इसमें मिलावट की गई है।

पेट्रोल की डेंसिटी 730 से 800 किग्रा प्रति घन मीटर के बीच होनी चाहिए। अगर इससे कम है, तो इसका मतलब है कि इसमें पानी मिलाया गया है। डीजल की डेंसिटी की बात करें तो यह 830 से 900 किग्रा प्रति घन मीटर के बीच होनी चाहिए। अगर आपको लगता है कि तेल में मिलावट की संभावना है, तो आप वहां काम करने वाले कर्मचारी से इसकी शिकायत कर सकते हैं। अगर आपकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं होती है, तो आप उपभोक्ता फोरम में इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

मीटर की छलांग पर दें ध्यान

अगर गाड़ी में ईंधन भरवाते समय कीमत 3-4 रुपये प्रति लीटर बढ़ रही है, तो इसका मतलब है कि यह सही है, लेकिन अगर यह 40-50 रुपये बढ़ रही है, तो इसका सीधा सा मतलब है कि मीटर के साथ छेड़छाड़ की गई है। आपको इस बारे में तुरंत शिकायत करनी चाहिए।