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Partiality: किसानों के लिए नियम, व्यापारियों के लिए नहीं

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उपमंडी शाहपुर में दिखाई दे रहा है पक्षपात

Partiality: शाहपुर।शैलेन्द्र गुप्ता / भले ही प्रदेश की भाजपा सरकार अपने आप को किसानों की हितैषी सरकार बताती हो लेकिन उनकी सरकार में किसानों के साथ किस तरह से पक्षपात हो रहा है यह शाहपुर उप मंडी में देखने को मिल रहा है। जिसमें किसानों के ऊपर पूरे नियम लागू किए जा रहे हैं वहीं व्यापारियों को नियमों में छूट दी जा रही है। यह मामला उस समय सामने आया जब उपमंडी में बने शेडों में व्यापारियों का अनाज रखा था जिसके कारण किसानों को अपना अनाज खुले में रखना पड़ा और वह अनाज बारिश के कारण भीग गया और कुछ बह भी गया।
शाहपुर में स्थित उपमंडी कृषि उपज मंडी बडोरा के अधीन आती है। इस उपमंडी में किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। बुधवार को शाहपुर क्षेत्र में तेज बारिश हुई थी जिसके चलते उपमंडी में खुले में रखी किसानों की मक्का भीग गई और बह भी गई थी। जब इस मामले को सांध्य दैनिक खबरवाणी ने प्रमुखता से उठाया तो गुरुवार को कृषि उपज मंडी सचिव श्रीमती शीला खातरकर शाहपुर पहुंची और उन्होंने किसानों के अनाज को लेकर वहां मौजूद कर्मचारियों से सवाल-जवाब किए। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।


प्रवेश पर्ची के बिना कैसे आया अनाज?


मंडी सचिव श्रीमती शीला खातरकर वीडियो में उपमंडी में मौजूद गार्डों से बात करते हुए नजर आ रही हैं। इसमें सुनाई दे रहा है कि किसानों का अनाज बिना प्रवेश पर्ची के मंडी परिसर के अंदर कैसे आया? वहीं गार्ड उनको जवाब दे रहे थे कि किसान अपना अनाज सुखाने के लिए मंडी के खुले मैदान में लाते हैं और वहां फैलाकर अपना अनाज सुखाते हैं। इस वीडियो में श्रीमती खातरकर कर्मचारियों पर नाराजगी जताते हुए नजर आ रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आगे से बिना प्रवेश पर्ची के किसानों का अनाज अंदर नहीं आना चाहिए।


किसानों पर नियम लागू क्यों?


बुधवार को किसानों की मक्का बारिश में बह गई जिसको लेकर किसानों का आरोप था कि उपमंडी में जो शेड बने हुए हैं उसमें व्यापारियों का अनाज रखा हुआ है जिस कारण किसानों को अपना अनाज खुले में रखना पड़ता है। जिस तरह मंडी सचिव ने कर्मचारियों से प्रवेश पर्ची को लेकर नाराजगी उससे साफ है कि पूरे नियम सिर्फ किसानों पर लागू हो रहे हैं जबकि मंडी में बने शेड किसानों के लिए होते हैं और यहां पर व्यापारियों को अनाज रखने के लिए 48 घंटे का समय दिया जाता है। जानकार बताते हैं कि व्यापारियों का अनाज लंबे समय से रखा है उसे हटाने के लिए मंडी प्रबंधन कोई कार्यवाही नहीं करता है।


व्यापारियों को दिए जा रहे नोटिस


सांध्य दैनिक खबरवाणी ने उपमंडी के प्रभारी मंडी निरीक्षक कृष्णराव अहाके से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि किसान अपना अनाज सुखाने के लिए मंडी परिसर में आते हैं और उसके बाद ढेर लगाकर बेचते हैं। उन्होंने बताया कि मंडी परिसर में इस तरह से अनाज सुखाने का नियम नहीं है। प्रवेश पर्ची कटने के बाद ही किसान अनाज मंडी परिसर में ला सकते हैं। जब उनसे शेडों में व्यापारियों का अनाज रखा है यह सवाल किया तो उन्होंने बताया कि नियम 48 घंटे का है और व्यापारियों ने एक मीटिंग की थी उसमें मंडी प्रबंधन से समय बढ़ाने की मांग की थी जिसको लेकर उन्हें एक सप्ताह का समय दिया गया था। लेकिन अब व्यापारियों को अनाज हटाने के लिए मंडी प्रबंधन नोटिस दे रहा है।
इनका कहना…
मंडी सचिव को निर्देश दिए हैं कि शाहपुर उपमंडी में व्यवस्थाएं सुधारी जाए और जिन उप मंडी प्रांगण में अनधिकृत रूप से सेड में रखे अनाज को तत्काल हटवाया जाए। आगे किसी भी तरह की अव्यवस्था ना हो।
राजीव कहार, एसडीएम एवं मंडी प्रशासक, बैतूल

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