Pakistan-Afghanistan War 2025: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच एक बार फिर हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ते हुए अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत के उरगुन जिले में हवाई हमला किया है। इस हमले में आठ लोगों की मौत हो गई, जिनमें तीन अफगान क्रिकेट खिलाड़ी भी शामिल हैं। इस घटना के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने बड़ा फैसला लेते हुए पाकिस्तान को झटका दिया है।
पाकिस्तान ने तोड़ा सीजफायर, किया एयरस्ट्राइक
अफगान मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान की सेना ने उरगुन जिले में अचानक एयरस्ट्राइक कर दी। इसमें तीन युवा क्रिकेटर्स — कबीर, सिबगातुल्लाह और हारून — की मौत हो गई। ये तीनों खिलाड़ी पक्तिका की राजधानी शराना में एक फ्रेंडली मैच खेलकर लौट रहे थे। इस हमले में पांच अन्य नागरिकों की भी जान गई, जबकि सात लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
अफगान क्रिकेट बोर्ड ने जताया शोक
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा,
“अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड उरगुन जिले के बहादुर खिलाड़ियों की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त करता है। पाकिस्तान की सेना के इस कायराना हमले में तीन क्रिकेटर और पांच नागरिक मारे गए हैं। यह हमला अफगान खेल जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।”
बोर्ड ने साथ ही कहा कि घायल लोगों के इलाज और शहीदों के परिवारों की मदद के लिए विशेष फंड की व्यवस्था की जा रही है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को बड़ा झटका
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के इस कदम से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, नवंबर में होने वाली टी20 ट्राई-सीरीज़ — जिसमें पाकिस्तान, श्रीलंका और अफगानिस्तान को खेलना था — से अब अफगानिस्तान ने अपना नाम वापस ले लिया है।
ट्राई-सीरीज़ से हटने का आधिकारिक ऐलान
एसीबी ने बयान में कहा —
“इस दर्दनाक घटना और शहीद खिलाड़ियों के सम्मान में, अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान के खिलाफ होने वाली टी20 ट्राई-सीरीज़ से हटने का निर्णय लिया है। हम शहीदों के परिवारों के साथ हैं और अल्लाह से दुआ करते हैं कि उन्हें जन्नत में ऊंचा मुकाम मिले।”
इस फैसले के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सवाल उठने लगे हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव बढ़ा
इस घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की भी निगाहें इस मामले पर टिक गई हैं। खेल जगत से लेकर राजनीतिक हलकों में पाकिस्तान की निंदा की जा रही है। अफगानिस्तान सरकार ने भी संयुक्त राष्ट्र से इस हमले की जांच की मांग की है।





