इस्लामाबाद न्यूज़: पाकिस्तान में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। सोमवार को आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.7 मापी गई। यह झटका इतना तेज़ था कि लोगों में अफरा-तफरी मच गई और वे घरों से बाहर निकल आए।
तीसरे दिन भी कांपी पाकिस्तान की ज़मीन
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, पाकिस्तान में यह लगातार तीसरे दिन भूकंप आया है। शनिवार और रविवार को भी 4.0 तीव्रता के झटके महसूस किए गए थे। इस बार का भूकंप 10 किलोमीटर की उथली गहराई पर आया, जिसकी वजह से झटके ज्यादा तेज़ महसूस किए गए।
कई घरों को नुकसान, लोग रातभर घरों से बाहर
भूकंप के बाद कई इलाकों से दीवारों में दरारें और छतों के गिरने की खबरें आई हैं। खासतौर पर बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में इसका असर ज्यादा देखा गया। घबराए हुए लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और कई लोग रातभर खुले मैदानों में ही रहे। फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
उथले भूकंप क्यों होते हैं ज्यादा खतरनाक
विशेषज्ञों का कहना है कि उथले भूकंप गहरे भूकंपों की तुलना में ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं, क्योंकि इनके झटके सीधे सतह तक जल्दी पहुंचते हैं। इससे ज़मीन की कंपन ज्यादा होती है और इमारतें हिल जाती हैं। पाकिस्तान में अक्सर ऐसे उथले भूकंप आते रहते हैं, जिनका असर काफी दूर तक महसूस किया जाता है।
पाकिस्तान भूकंपीय क्षेत्र में स्थित
भूगर्भ वैज्ञानिकों के अनुसार, पाकिस्तान दुनिया के सबसे भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्रों में से एक है। यहां कई बड़े फॉल्ट ज़ोन (दरार रेखाएं) मौजूद हैं। बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और गिलगित-बाल्टिस्तान जैसे इलाके यूरेशियन प्लेट और अरबियन प्लेट की सीमा पर बसे हैं। वहीं, सिंध और पंजाब भारतीय प्लेट की उत्तरी सीमा पर स्थित हैं, जिसके कारण ये क्षेत्र बार-बार भूकंप की चपेट में आते हैं।
राहत और बचाव टीमें सक्रिय
पाकिस्तान प्रशासन ने राहत और बचाव टीमों को सतर्क कर दिया है। स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड को भी अलर्ट पर रखा गया है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आने वाले 24 घंटे में आफ्टरशॉक (भूकंप के बाद के झटके) महसूस किए जा सकते हैं।





