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मध्य प्रदेश में 17 जुलाई तक ऑरेंज अलर्ट, आज 41 जिलों में भारी बारिश, मंडला में 7 की मौत

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भोपाल: मानसून के स्ट्रांग सिस्टम की वजह से मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश का दौर जारी है. केंद्रीय मौसम विभाग ने अगले 17 जुलाई तक प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी दी है. वहीं, अगले 24 घंटों में प्रदेश के 33 शहरों में अचानक बाढ़ का खतरा भी बताया है. बात दें कि, शनिवार को रायसेन, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर और शिवपुरी समेत अन्य जिलों में भारी बारिश का दौर जारी रहा. रविवार को भी मौसम विभाग ने प्रदेश के 41 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.

दतिया में 3 बच्चियों की मौत, छतरपुर में 5 लोग फंसे
बीते एक सप्ताह से ग्वालियर-चंबल संभाग में जारी बारिश के कारण ग्वालियर, दतिया और शिवपुरी समेत अन्य जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं. शनिवार को दतिया के इंदरगढ़ में निर्माणाधीन तालाब में डूबने से तीन बच्चियों की मौत हो गई. ये तीनों नाबालिग थीं. जबकि शहडोल जिले में एक कच्चा मकान गिरने से उसमें सो रहे 80 वर्षीय पुजारी की मृत्यु हो गई. वहीं छतरपुर की बन्ने नदी में अचानक जल बढ़ने से एक ही परिवार के 5 लोग 8 घंटे से खेत में फंसे हुए हैं. रात में जब वो सो रहे थे, तो अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया. इस दौरान इस नदी में एक व्यक्ति बह भी गया था, लेकिन उसका सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया.

मंडला में 7 लोगों की मृत्यु, 312 का रेस्क्यू
इस बार प्रदेश में बारिश के कारण सबसे अधिक नुकसान मंडला जिले में हुआ है. यहां बाढ़ के हालात बने हुए हैं. भारी बारिश के कारण मंडला में 300 मकान समेत कई सड़क और पुलिया क्षतिग्रस्त हो गए हैं. अब तक मंडला में बारिश के कारण 7 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि दो लोग अभी भी लापता हैं. वहीं 312 लोगों का रेस्क्यू कर उनको राहत कैंपों में भेजा गया है.

मैहर-सतना मार्ग बंद, भाजपा विधायक के घर भरा पानी
शुक्रवार को सतना और रीवा में भारी बारिश के कारण आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बन गए हैं. मैहर से सतना जाने वाले मार्ग में ग्राम कोवर के पास सड़क में तीन फीट से अधिक पानी भरा हुआ है, जिससे यह मार्ग बंद हो गया है. इसके साथ ही रायसेन में सिलवानी के पास स्टेट हाईवे 44 में 8 फीट तक पानी बह रहा है, जिससे यह रास्ता रोक दिया है. चित्रकूट, विदिशा, टीकमगढ़ में भी बाढ़ की हालात है. रीवा में शुक्रवार को हुई बारिश के बाद गुढ़ से भाजपा विधायक नागेंद्र सिंह के घर पर पानी घुस गया. जबकि चित्रकूट में एमपी टूरिज्म की होटल में भी 4 से 5 फीट पानी घुस आया.

ग्वालियर-शिवपुरी के 20 गांवों में बाढ़ कर खतरा
शहडोल के व्यवहारी में बीते 24 घंटे में करीब 10 इंच से पानी गिरा है, जिससे बाणसागर डैम के 7 गेट खोल दिए गए हैं. शनिवार को बरगी डैम के भी पांच गेट खोले गए हैं. वहीं उमरिया के संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र के जोहिला डैम के दो गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है. जबकि खजुराहो के रनगुवां बांध के 14 गेट खोले गए हैं. इसके साथ ही शिवपुरी और ग्वालियर सीमा पर बना हरसी बांध भी लबालब भर गया है. इसका पानी ओवर फ्लो होकर बह रहा है. जिससे ग्वालियर-शिवपुरी के 20 गांवों में पानी भरने का खतरा बना हुआ है.

आज कई जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी
विदिशा, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, कटनी, जबलपुर, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है. जबकि रायसेन, नर्मदापुरम, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, मैहर और पांढुर्णा जिले में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है.

13 जुलाई को भोपाल समेत 22 जिलों में भारी बारिश
बैतूल, हरदा, खंडवा, खरगौन, झाबुआ, धार, रतलाम, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. जबकि भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बुरहानपुर, बड़वानी, अलीराजपुर, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, दतिया, भिंड, सतना, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पन्ना, सागर और पांढुर्णा में भारी बारिश की चेतावनी है.

14 जुलाई को इन जिलों में गिर सकता है 8 इंच पानी
अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम और उज्जैन में अति भारी बारिश का का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में 8 इंच से अधिक बारिश हो सकती है. वहीं सिहोर, राजगढ़, खरगौन, बड़वानी, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, सिंगरौली, सीधी और मऊगंज में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है.

अगले 24 घंटों में प्रदेश के 33 जिलों में बाढ़ का खतरा
मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा प्रदेश के 33 जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान निम्न से मध्यम स्तर का फ्लैश फ्लड यानि अचानक बाढ़ का खतरा होने की संभावना जताई गई है. इनमें पूर्वी मध्य प्रदेश के अनूपपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, छतरपुर, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंगपुर, सागर, सतना, सिवनी, शहडोल, सीधी और उमरिया जिले शामिल हैं. जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश के आगर-मालवा, अशोकनगर, बैतूल, भोपाल, देवास, धार, गुना, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, श्योपुर, शिवपुरी, उज्जैन, विदिशा, मंदसौर, नीमच और होशंगाबाद जिले में बाढ़ का खतरा है.

 

 

तीन दिन तक मध्य प्रदेश में भारी बारिश का दौर
एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन मध्य प्रदेश के उत्तर-पूर्वी हिस्से के उपर 5.8 किलोमीटर की उंचाई पर स्थित है. जबकि एक वेस्टर्न डिस्टर्वेंस 5.8 किलोमीटर की उंचाई पर 75 डिग्री पूर्वी देशांतर से 30 डिग्री उत्तरी अक्षांस के उत्तर में स्थित है. वहीं एक ट्रफ लाइन ग्वालियर और सिवनी जिलों से होकर पश्चिम बंगाल के उत्तर-पश्चिमी सीमा की ओर अग्रसर है. एक अन्य ट्रफ लाइन उत्तरी हरियाणा से दक्षिण उत्तरप्रदेश, पूर्वाेत्तर मध्य प्रदेश और निकटवर्ती क्षेत्रों में बने साइक्लोन सर्कुलेशन से होकर पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी तक 0.9 किमी की ऊंचाई पर विस्तृत है. ऐसे में आने वाले 3 दिनों तक भारी बारिश का दौर जारी रहेगा.

शुक्रवार को शहडोल में रिकार्ड 9.8 इंच बारिश
मध्य प्रदेश में शुक्रवार को रीवा, सतना और शहडोल जिले में अत्याधिक बारिश हुई. जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश के 9 स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई है. वहीं पूर्वी मध्य प्रदेश के 4 जिलों में अत्याधिक बारिश, 16 स्थानों पर अति भारी बारिश और 33 जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई है. इनमें शुक्रवार को शहडोल के ब्यौहारी में सबसे अधिक 9.8 इंच बारिश दर्ज की गई. जबकि सतना के मझगांव में 9.3 इंच, रीवा के गुढ़ में 8.6 इंच, रीवा के हुजूर में 8.07 इंच और रीवा शहर में 8.01 इंच बारिश दर्ज की गई है.

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