Optical illusion: चील जैसे तेज नजर के हो मालिक तो 6 सेकंड में 90 की भीड़ में खोज कर दिखाईये 80 अंक, खोज लिया तो कहलाओगे बाजीगर

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Optical illusion: चील जैसे तेज नजर के हो मालिक तो 6 सेकंड में 90 की भीड़ में खोज कर दिखाईये 80 अंक, खोज लिया तो कहलाओगे बाजीगर। क्या आपमें छिपी हुई चीजों को ढूंढने की क्षमता है? आजकल इंटरनेट पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है, जो लोगों को खूब परेशान कर रही है।

Optical illusion: दिमाग को तेज दौड़ा कर ढूंढे 80 अंक और बनें तीव्र दृष्टि के राजा

यह एक ऑप्टिकल इल्यूजन है, यानी आंखों को धोखा देने वाली तस्वीर. ये खेल आंखों को भ्रमित करने के साथ-साथ दिमाग की कसरत भी कराता है. इससे दिमाग और आंखें ज्यादा तेज होती हैं क्योंकि छिपी हुई चीजें ढूंढने की आदत लग जाती है।

Optical illusion: चील जैसे तेज नजर के हो मालिक तो 6 सेकंड में 90 की भीड़ में खोज कर दिखाईये 80 अंक

Optical illusion: चील जैसे तेज नजर के हो मालिक तो 6 सेकंड में 90 की भीड़ में खोज कर दिखाईये 80 अंक, खोज लिया तो कहलाओगे बाजीगर

चलिए अब जानते हैं इस चैलेंज के बारे में. क्या आप 6 सेकंड में 90 अंकों के बीच छिपा हुआ नंबर 80 ढूंढ सकते हैं? तस्वीर में नंबर 80 इस तरह से छिपा हुआ है कि उसे ढूंढने में थोड़ा समय लग सकता है. लेकिन जो इसे 6 सेकंड के अंदर ढूंढ लेता है, उसे तीक्ष्ण दृष्टि का राजा माना जाता है!

Optical illusion: 6 सेकंड में 80 अंक खोज लिया तो कहलाओगे बाजीगर

ये खेल आंखों को भ्रमित करने के साथ-साथ दिमाग की कसरत भी कराता है, अगर आप कई बार कोशिश करने के बाद भी नंबर 80 नहीं ढूंढ पाए हैं, तो कोई बात नहीं, हम आपको जवाब दिखाते हैं।

Optical illusion: क्या आपने ढूंढ लिया?

हमें यकीन है कि आपने कुछ ही सेकंड में नंबर 80 ढूंढ लिया होगा. इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई! लेकिन जिन्हें अभी तक नहीं मिला है, उन्हें हम बताते हैं कि नंबर 80 कहां छिपा था. दरअसल, ये ऑप्टिकल इल्यूजन सबसे तीक्ष्ण आंखों को भी धोखा दे देता है.

Optical illusion: चील जैसे तेज नजर के हो मालिक तो 6 सेकंड में 90 की भीड़ में खोज कर दिखाईये 80 अंक, खोज लिया तो कहलाओगे बाजीगर

Durgesh Bhadre

He has experience of writing about latest technology, automobile sector, government jobs & schemes and entertainment. Apart from this, he is interested in reading current affairs. He writes better articles on the basis of his experience as well as research.