*मतदाता सूची वार्षिक पुनरीक्षण हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित*
*87 प्राधिकृत अधिकारियों ने लिया प्रशिक्षण में हिस्सा*
आमला। जनपद पंचायत सभाकक्ष में शनिवार को वर्ष 2025 हेतु मतदाता सूची वार्षिक पुनरीक्षण की तैयारी के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में कुल 87 प्राधिकृत अधिकारी शामिल हुए जिन्हें निर्वाचन कार्य की बारीकियों से अवगत कराया गया। प्रशिक्षण अनुविभागीय अधिकारी श्री शैलेन्द्र बडोनिया के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ, जबकि मास्टर ट्रेनर श्री दिलीप हाथिया और श्री सतीश कुमार साहू ने प्रशिक्षण सत्र का संचालन किया। अधिकारियों को बताया गया कि मतदाता सूची का यह वार्षिक पुनरीक्षण लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसमें एक भी त्रुटि की गुंजाइश नहीं रहती। प्रशिक्षकों ने बताया कि मतदाता सूची को समय पर अद्यतन करने से नागरिकों को मतदान के अधिकार का सही लाभ मिलता है और निर्वाचन प्रक्रिया पारदर्शी बनती है। इसी कारण प्रत्येक अधिकारी को अत्यंत गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ अपने कार्य का निर्वहन करना है।
*तीन चरणों में तैयार होगी प्रारूप मतदाता सूची*
प्रशिक्षण सत्र में अधिकारियों को विस्तृत जानकारी देते हुए बताया गया कि मतदाता सूची का पुनरीक्षण तीन चरणों में संपन्न होगा। प्रथम चरण में कंट्रोल टेबल का वेरिफिकेशन एवं अपडेशन किया जाएगा, जिससे मतदाता की वास्तविक स्थिति और शिफ्टिंग का सटीक आंकड़ा प्राप्त हो सके। द्वितीय चरण में 4 सितंबर से 8 अक्टूबर तक प्रारूप मतदाता सूची तैयार की जाएगी। इस सूची में सभी पुराने और नए मतदाताओं का समावेश सुनिश्चित किया जाएगा। तृतीय और अंतिम चरण 6 अक्टूबर से 14 नवंबर तक चलेगा जिसमें दावा-आपत्ति प्राप्त कर अंतिम मतदाता सूची तैयार की जाएगी। अधिकारियों को समझाया गया कि इस दौरान ईआरएमएस पोर्टल का उपयोग कर सूची को डिजिटली जनरेट किया जाएगा, जिससे डेटा की शुद्धता बनी रहे। प्रशिक्षण में यह भी बताया गया कि शिफ्टिंग और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में एक-एक मतदाता की सही स्थिति दर्ज करना अनिवार्य है। यदि इसमें चूक हुई तो मतदाता अपने अधिकार से वंचित हो सकता है, जिससे निर्वाचन प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
*प्रशासनिक अधिकारियों ने भी समझी बारीकियाँ*
इस प्रशिक्षण शिविर में आमला तहसीलदार श्रीमती ऋचा कौरव, नायब तहसीलदार श्री समेले, निर्वाचन शाखा प्रभारी श्री दिलीप सोनपुरे और श्री गौरव सोनी भी उपस्थित रहे। इन अधिकारियों ने स्वयं प्रशिक्षण में हिस्सा लेकर मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य की गहराई से जानकारी प्राप्त की। साथ ही उन्होंने उपस्थित प्राधिकृत अधिकारियों को हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। प्रशिक्षण सत्र में यह भी स्पष्ट किया गया कि मतदाता सूची का वार्षिक पुनरीक्षण मात्र प्रशासनिक कार्य नहीं बल्कि लोकतंत्र को सशक्त करने का आधार है। इसीलिए प्रत्येक स्तर पर पारदर्शिता और जिम्मेदारी निभाना जरूरी है। अधिकारियों ने कहा कि इस बार की मतदाता सूची को पूरी तरह त्रुटिरहित बनाने का संकल्प लिया गया है ताकि आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में किसी भी मतदाता को मतदान से वंचित न होना पड़े। निर्वाचन अधिकारियों ने प्रशिक्षण के दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को नोट किया और सवाल भी पूछे जिनका समाधान विशेषज्ञों द्वारा किया गया।