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Nursing College – चार साल से नहीं हुई नर्सिंग कालेजों में परीक्षा

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गलत भौतिक सत्यापन की सीबीआई जांच में खुली पोल, कालेज की गलती का विद्यार्थी भुगत रहे खामियाजा

Nursing Collegeबैतूल सुनहरे भविष्य को लेकर नर्सिंग के क्षेत्र में जाने का सपना लेकर जिन बच्चों ने नर्सिंग कालेजों में प्रवेश लिया था। उनका भविष्य अब अंधकारमय हो गया। नर्सिंग काउंसिल के अधिकारियों के गलत भौतिक सत्यापन की सीबीआई जांच मेें पोल खुलने के बाद प्रदेश के सैकड़ों नर्सिंग कालेजों में ताला लगने वाला है। इन नर्सिंग कालेजों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का भविष्य खराब हो गया है।

चार साल से नहीं हुई परीक्षा | Nursing College

नर्सिंग कालेजों की मान्यता को लेकर हुई गड़बड़ी के मामले में चार साल से नर्सिंग विद्यार्थियों की परीक्षा नहीं हुई जिसके कारण उनका भविष्य खराब हो गया और समय भी खराब हुआ है। बताया जा रहा है कि 2020-21, 2021-22, 2022-23, 2023-24 में नर्सिंग कालेजों में परीक्षा नहीं हुई है जिसके कारण बैतूल सहित प्रदेश के हजारों विद्यार्थियों का भविष्य खराब हो गया है। परीक्षा की उम्मीद लगाकर विद्यार्थी लगातार कालेजों में पढ़ाई करते रहे लेकिन अब उनकी उम्मीद पर भी पानी फिर गया जब सीबीआई के जांच प्रतिवेदन के बाद प्रदेश के कई कालेज अनसूटेबल हो गए हैं।

अधर में लटक गए विद्यार्थी

जिन विद्यार्थियों ने 2020 के पहले नर्सिंग कालेज में प्रवेश लिया था। वे भी अधर में लटक गए हैं। बताया जा रहा है कि कई विद्यार्थियों की जिनकी प्रथम वर्ष में परीक्षा हो गई लेकिन द्वितीय वर्ष की परीक्षा नहीं हुई। जिन्होंने द्वितीय वर्ष की परीक्षा दी थी उनकी तृतीय वर्ष की परीक्षा नहीं हुई। परीक्षा नहीं होने के कारण नर्सिंग कालेजों में प्रवेश भी बंद हो गया था। इसके अलावा इन विद्यार्थियों की सरकार ने छात्रवृत्ति भी रोक दी थी। आने वाले समय में इसका असर स्वास्थ्य महकमे पर पड़ेगा। जहां पैरामेडिकल स्टॉफ की भारी कमी हो जाएगी। क्योंकि प्रति वर्ष विभाग से सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी रिटायर्ड होते हैं।

मिलीभगत से हुए सत्यापन का खामियाजा | Nursing College

एनएसओ छात्र संगठन के अध्यक्ष गोपाल पाराशर ने नर्सिंगके विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर चिंता जताई है। सांध्य दैनिक खबरवाणी से चर्चा में उन्होंने कहा कि उनका संगठन इस मामले को लेकर दिल्ली जाएगा और प्रधानमंत्री कार्यालय एवं इंडियन नर्सिंग काउंसिल में ज्ञापन सौंपेगा। श्री पाराशर ने बताया कि नर्सिंग कालेजों को गलत तरीके से दी गई मान्यता और अधिकारियों की मिलीभगत से हुए भौतिक सत्यापन की पोल सीबीआई जांच में तो खुल गई लेकिन इसका खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है क्योंंकि अब उनकी परीक्षा नहीं हो पा रही है जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है। श्री पाराशर ने भौतिक सत्यापन करने वाले अधिकारियों को जेल भेजा जाए। हालांकि कोर्ट ने भी इन अधिकारियों के खिलाफ जांच करने के आदेश दिए हैं।

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