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Nisha Bangre – बैतूल – चर्चित डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात राजनैतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है। कल निशा बांगरे ने कमलनाथ से मुलाकात कर उनके साथ घटित घटनाक्रम की जानकारी से अवगत कराया। वहीं कमलनाथ ने उनके साथ हुए अन्याय में उनकी लड़ाई में साथ देने की बात कही है।
कमलनाथ से मुलाकात को लेकर सांध्य दैनिक खबरवाणी ने डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि उनके इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने प्रेस कांफ्रेंस में उनका पक्ष रखा था। जिसको लेकर उनका धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए उनसे मुलाकात की।
इस दौरान उन्होंने निशा बांगरे के साथ हुए अन्याय को लेकर चर्चा की। उनका कहना है कि उन्होंने कमलनाथ को बताया कि अंतर्राष्ट्रीय सर्वधर्म शांति सम्मेलन कार्यक्रम को लेकर प्रशासन से अनुमति मांगी गई थी लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई। इसके अलावा कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति भी नहीं दी गई इसको लेकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
उन्होंने यह भी बताया कि कमलनाथ ने उनके साथ हुए अन्याय पर सहानुभूति जताते हुए कहा कि एक महिला अधिकारी के साथ इस तरह से बर्ताव नहीं होना चाहिए। यह गलत है। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि अन्याय के खिलाफ लड़ाई में कमलनाथ और कांग्रेस निशा बांगरे का साथ देगी।
सांध्य दैनिक खबरवाणी ने निशा बांगरे से पूछा कि वे राजनीति में कब आ रही हंैं? तो उनका वही जवाब था कि अभी यह तय नहीं है, इसके बारे में अभी सोचा भी नहीं है लेकिन इस्तीफा 22 जून को दिया था और इसकी समयावधि 22 जुलाई तक है। इस्तीफा मंजूर होने के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी।
इस घटनाक्रम को लेकर जिले के राजनैतिक समीक्षकों को ऐसा मानना है कि धीरे-धीरे ही सही निशा बांगरे के आमला से चुनाव लडऩे के संकेत मिल रहे हैं और यह तो तय है कि वो भाजपा उम्मीदवार नहीं होंगी। अब चुनाव लडऩे की स्थिति में प्रमुख राजनैतिक दलों में सिर्फ कांग्रेस ही बचती है। इस स्थिति में विधानसभा सीट पर कांग्रेस के स्थानीय दावेदारों में मनोज मालवे, हितेश निरापुरे, सीमा अतुलकर और मोनिका निरापुरे की क्या स्थिति बनेगी यह चर्चा का विषय है?