बैतूल-भोपाल नेशनल हाइवे पर सुखतवा में पुल टूटने के बाद सोमवार की रात से यातायात शुरू हो गया है । बनाये गए डायवर्शन से छोटे वाहनों के साथ बस भी निकलने लगे है । ट्रक और भारी वाहनों को निकालने के लिए दूसरा डायवर्सन बन रहा है जिसमे समय लगेगा । भारी वाहन और ट्रक फिलहाल टिमरनी मार्ग से ही निकलेंगे ।
ब्रिटिश हुकूमत में बने पुल के ढहने के बाद से ही सुखतवा में अस्थाई मार्ग तैयार करने का कार्य शुरू कर दिया गया था। फोरलेन सड़क निर्माण कर रही कंपनी के मैकेनिकल इंचार्ज हरीश रेड्डी ने बताया कि पुल टूटने के बाद डायवर्सन का काम शुरू हो गया था 11 घंटे में काम पूरा हो गया था ।

इस काम के लिए बड़ी टीम लगाई गई थी। बनाए गए डायवर्सन पर सोमवार की रात यातायात शुरू हो गया है। इसमें छोटे वाहनों के साथ ही यात्री बस निकाली जा रही है। लंबे ट्राला और भारी वाहनों के लिए दूसरा डायवर्सन तैयार किया जा रहा है ,जिसका काम भी तेजी से चल रहा है और जैसे ही ये तैयार होगा इस पर भी यातायात शुरू करा दिया जाएगा ।

यह डायवर्सन शुरू होने से अब वाहनों को हरदा-टिमरनी होकर भोपाल नहीं जाना होगा। वे सीधे इससे निकल सकेंगे।
दूसरी ओर टूटे हुए पुल की जगह दूसरा पुल बनाने का काम भी जल्द शुरू होने की उम्मीद है। बताया जाता है कि नया पुल सेना की इंजीनियरिंग टीम द्वारा बनाया जाएगा। इसके लिए कल सेना के अधिकारी भी मौका मुआयना कर चुके हैं।
गौरतलब है कि दो दिन पहले यह पुल उस समय ढह गया था जब हैदराबाद से इटारसी जा रहा एक विशालकाय ट्राला इस पर से गुजर रहा था। 138 पहियों वाले इस भारी भरकम ट्राले का वजन यह पुल सहन नहीं कर पाया था और वह ढह गया था। इसके बाद से इस हाइवे से यातायात ठप पड़ा था। वाहनों को हरदा-टिमरनी होकर आवाजाही करनी पड़ रही थी। इससे करीब 100 किलोमीटर का अतिरिक्त फेरा काटना पड़ रहा था।