MS. DHONI : धोनी को भाए प्रदेश के कड़कनाथ, झाबुआ से खरीदे 2 हजार मुर्गे

महेन्द्र सिंह धोनी अब कड़कनाथ के बिजनेस में उतर आए हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश के झाबुआ से कड़कनाथ नस्ल के 2 हजार मुर्गे खरीदे हैं। धोनी ने झाबुआ के विनोद मेड़ा से कड़कनाथ का सौदा किया है। विनोद ने कड़कनाथ के 2000 चूजों को रांची स्थिति धोनी के फॉर्म हाउस के लिए रवाना कर दिया है। जिसकी डिलीवरी रविवार को हो जाएगी।

बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी झाबुआ के कड़कनाथ मुर्गों का पालन कर रहे हैं। झाबुआ के थांदला के पास रूंडीपाड़ा गांव में विनोद मेड़ा कड़कनाथ मुर्गी फॉर्म चलाते हैं। धोनी ने इन्हें ही 2000 चूजों का आर्डर पिछले साल दिया था। विनोद चूजों की डिलीवरी देने के लिए रांची के लिए शनिवार को रवाना हो गए।

काफी महंगा होता है इसका मांस

कुक्कुट प्रजाति के कड़कनाथ मुर्गे मूल रूप से मध्यप्रदेश के धार और झाबुआ, बस्तर (छत्तीसगढ़), गुजरात और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र में पाए जाते हैं। यह क्षेत्र लगभग 800 वर्ग मील में फैला हुआ है। इसके मांस में फैट कम होने से यह हार्ट और डायबिटीज रोगियों के लिए यह बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। अब देशभर में किसान इसका पालन कर मुनाफा कमा रहे है। कड़कनाथ में 25-27 फीसदी प्रोटीन होता है। आम चिकन में यह 18 से 20 फीसदी होता है।

छत्तीसगढ़ से कानूनी लड़ाई जीत कर हासिल किया GI टैग

मध्यप्रदेश के झाबुआ और छत्तीसगढ़ ने कड़कनाथ प्रजाति के मुर्गों पर अपना हक जताया था। यह लड़ाई कोर्ट तक पहुंची थी। 2018 में छत्तीसगढ़ के साथ कानूनी लड़ाई जीतने के बाद झाबुआ ने इसके लिए GI टैग हासिल किया। कड़कनाथ मुर्गा अपने विशिष्ट रंग और औषधीय गुण के कारण देश-विदेश में जाना पहचाना जाता है। इसका रंग काला होता है, यहां तक कि इसकी कलंगी, मांस, खून, पैर भी काले होते हैं

(साभार)

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