इंदौर: महाराष्ट्र की हसीना पारकर की तरह पर मध्य प्रदेश के इंदौर में भी एक महिला द्वारा ड्रग्स तस्करी का पूरा रैकेट संचालित किया जा रहा था, सोमवार को पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए महिला तस्कर को गिरफ्तार किया है. उसके पास से बड़ी मात्रा में ब्राउन शुगर और लगभग 48 लाख रुपए बरामद किये गये हैं. पुलिस गिरफ्तार महिला से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
हसीना की तर्ज पर तस्करी
इंदौर पुलिस लगातार मादक पदार्थ की तस्करी के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में इंदौर क्राइम ब्रांच को सूचना मिला कि द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में एक महिला द्वारा मादक पदार्थ सप्लाई करने का गिरोह संचालित किया जा रहा है. जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी महिला के घर पर दबिश दी. तलाशी के दौरान तकरीबन 516 ग्राम ब्राउन शुगर और बरामद हुआ. जिसकी कीमत लगभग 1 करोड़ रुपए बताई जा रही है.
राजस्थान से जुड़ा है तार
इसके अलावा आरोपी महिला के घर से 48 लाख 50 हजार नकद बरामद हुआ. इंदौर के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि "आरोपी महिला राजस्थान के प्रतापगढ़ सहित अन्य जगहों से अवैध तरीके से मादक पदार्थ इंदौर लेकर आती थी और अपने कुछ तस्करों के माध्यम से सप्लाई करती थी."
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस अधिकारी ने बताया कि "जब पुलिस ने कार्रवाई को अंजाम दिया तो महिला के घर करीब 18 हजार नोट मिला. इसमें 100, 200 और 500 का नोट शामिल है. इसकी गिनती करने के लिए बाकायदा नोट गिनने की मशीन का प्रयोग किया गया. आरोपी इंदौर में ड्रग्स तस्करी के मामले में काफी सालों से सक्रिय थी. उसके खिलाफ पूर्व में भी पुलिस के द्वारा सख्त कार्रवाई की जा चुकी है."
महाराष्ट्र की बड़ी गैंगस्टर हसीना पारकर की तर्ज पर आरोपी महिला ड्रग्स की तस्करी करती थी. आरोप है कि वह इंदौर से बैठकर पूरे मध्य प्रदेश में ड्रग्स तस्करी कर रही थी. पुलिस काफी सख्ती से पूछताछ करने में जुटी हुई है. जल्द ही आने वाले दिनों में पुलिस कुछ और तस्करों को महिला की निशानदेही पर गिरफ्तार कर सकती है.
कौन थी हसीना पारकर ?
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की छोटी बहन है हसीना इब्राहिम पारकर. जिन्हें हसीना आपा और अंडरवर्ल्ड क्वीन के नाम से भी जाना जाता था. हसीना पारकर का जन्म महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के मुमका गांव में हुआ था. वह 12 भाई और बहनों में से 7वें स्थान पर थी, वहीं दाऊद इब्राहिम तीसरे नंबर पर है. हसीना के खिलाफ सरकारी लैंड प्रोजेक्ट को लेकर साल 2006 में पहला केस दर्ज हुआ था. उसके बाद हसीना के खिलाफ विभिन्न तरह के कुल 88 मामले दर्ज थे. जुलाई 2014 में 51 साल की उम्र में हसीना पारकर की हार्टअटैक से मौत हो गई थी.