MP Political News – भोपाल – आगामी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी तुरूप के इक्के के रूप में ज्योतिरादित्य सिंधिया को सामने लाकर चुनाव लड़ सकती है। यदि भाजपा ऐसा करती है तो एक ओर जहां कांग्रेस की तगड़ी काट हो जाएगी वहीं पूर्व मंत्री माधोराव सिंधिया का सपना भी पूरा हो सकता है।
चुनावी बिसात में कब क्या होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा? मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के पहले क्या भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप कर स्वर्गीय माधवराव सिंधिया का सपना पूरा कर सकती है? यह सवाल इन दिनों राज्य के सियासी गलियारों में और दिग्गज नेताओं के बीच चर्चा का विषय बन चुका है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को एमपी में मुख्यमंत्री की कुर्सी देखकर बीजेपी एक तीर से दो शिकार कर सकती है। इस फैसले से कांग्रेस के सामने भी बड़ी मुश्किल खड़ी हो जाएगी।
दो बार मुख्यमंत्री बनते-बनते रह गए थे माधवराव सिंधिया | MP Political News
इतिहास गवाह है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया की पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ गहरी मित्रता रह चुकी है। मध्य प्रदेश में जब पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की कुर्सी पर 1989 में चुरहट मामला सामने आने के बाद खतरा मंडराया था, उस समय मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे पहला नाम माधवराव सिंधिया का सामने आया था।
तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी चाहते थे कि माधवराव सिंधिया को एमपी का मुख्यमंत्री बनाया जाए, मगर अर्जुन सिंह ने मोतीलाल वोरा के नाम पर सहमति जताते हुए विधायक दल का फैसला करा दिया। इसके बाद साल 1993 में भी मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के रूप में माधवराव सिंधिया का नाम सबसे ऊपर आया था, लेकिन उस समय भी केंद्रीय राजनीति में सक्रिय अर्जुन सिंह ने दिग्विजय सिंह का नाम आगे कर दिया।
इस प्रकार दो बार माधवराव सिंधिया मुख्यमंत्री बनते बनते रह गए। अब सवाल उठ रहा है कि क्या माधवराव सिंधिया का मुख्यमंत्री बनने का सपना ज्योतिरादित्य सिंधिया पूरा करेंगे और बीजेपी इसके लिए कदम आगे बढ़ाएगी?
कांग्रेस के लिए खड़ी हो सकती है बड़ी मुश्किल | MP Political News
अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश की कमान सौंप दी जाती है तो ऐसी स्थिति में कांग्रेस के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को टक्कर देने के लिए कांग्रेस में फिलहाल कोई भी ऐसा चेहरा दिखाई नहीं दे रहा है। कांग्रेस अभी भी शिवराज सिंह चौहान से ज्यादा ज्योतिरादित्य सिंधिया पर फोकस कर रही है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस की हर रणनीति और चाल से अच्छी तरह वाकिफ है।
कांग्रेस में बढ़ जाएगी बगावत | MP Political News
इसके अलावा, अगर बीजेपी ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम बनाती है तो कांग्रेस में बगावत और बढ़ जाएगी। कांग्रेस के कई बड़े नेता का रूझान बीजेपी की ओर आ सकता है। इसके अलावा, वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को केंद्र की राजनीति में ले जाने का महत्वपूर्ण फैसला भी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए लाभकारी साबित होगा।
क्या कहते हैं सिंधिया समर्थक और विरोधी? | MP Political News
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक और पूर्व विधायक राजेंद्र भारती के मुताबिक यदि केंद्रीय नेतृत्व शिवराज सिंह चौहान को केंद्र की जिम्मेदारी सौंपता है तो निश्चित रूप से मुख्यमंत्री पद की दौड़ में ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम पहली पंक्ति में है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जन-जन के नेता हैं।
यदि बीजेपी के नेतृत्व में उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में काम करने का मौका मिलेगा तो निश्चित ही कांग्रेस की मुश्किल है खड़ी हो जाएगी। पूर्व मंत्री और विधायक सज्जन सिंह वर्मा के मुताबिक अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी चुनाव लड़ती है तो भी बीजेपी की जनविरोधी नीतियां कांग्रेस को मजबूती की ओर आगे बढ़ाएंगी, उनका उहना है कि बीजेपी केवल खुद के मन की बात ही कर रही है। यही सिलसिला भोपाल से दिल्ली तक चल रहा है, इसलिए पूरी बीजेपी में उथल-पुथल मची हुई है।