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Metro: भोपाल मेट्रो के दूसरे फेज का निर्माण कार्य आरा मशीनों की वजह से अटका 

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Metro: भोपाल मेट्रो की ऑरेंज लाइन के दूसरे फेज का निर्माण कार्य आरा मशीनों की वजह से अटका हुआ है। आजाद नगर क्षेत्र में कुल 108 आरा मशीनें हैं, जिन्हें शिफ्ट किया जाना है, लेकिन यह स्थानांतरित नहीं हो पाई हैं। जिस नई जगह पर इन्हें शिफ्ट किया जाना है, वहां पानी, बिजली और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग ने इन सुविधाओं के विकास के लिए टेंडर जारी किए हैं, जिसे पूरा होने में लगभग एक महीने का समय लग सकता है।

प्रमुख अड़चनें और प्रयास : बरखेड़ी फाटक से भारत टॉकीज तक मेट्रो रूट पर आरा मशीनों की शिफ्टिंग का मुद्दा पिछले 48 वर्षों में 50 से अधिक बार उठ चुका है। आठ स्थानों पर विचार करने के बाद, अंततः छोटा रातीबड़ में 18 एकड़ जमीन आवंटित की गई है, जहां लगभग 5.5 करोड़ रुपये की लागत से सड़क, बिजली और पानी जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।

सड़कों और सुविधाओं के लिए डीपीआर तैयार: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के महाप्रबंधक एच. खान के अनुसार, डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) और नक्शा तैयार कर लिया गया है। सुविधाओं के लिए टेंडर भी जारी किए गए हैं, और जैसे ही स्वीकृति मिलेगी, कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

अन्य बाधाएं: 18 पक्की दुकानें : दूसरे फेज में 18 पक्की दुकानों को हटाने का भी मुद्दा है। इन दुकानों को 29 अक्टूबर तक हटाने का निर्देश दिया गया था, लेकिन दिवाली के त्योहार और अधिकारियों के स्थानांतरण के कारण काम समय पर पूरा नहीं हो सका।

फेज-1 और फेज-2 का विवरण

  • फेज-1: सुभाष नगर डिपो से करोंद तक 8.77 किमी में 6 एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनेंगे, जिस पर 650 करोड़ रुपये खर्च होंगे। निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, और बैरिकेडिंग भी की जा चुकी है।
  • फेज-2: कुल 8.77 किमी में से 3.39 किमी अंडरग्राउंड होगा, जिसमें भोपाल रेलवे स्टेशन और नादरा बस स्टैंड पर मेट्रो स्टेशन बनेंगे। यह सेक्शन 890 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा। अंडरग्राउंड सेक्शन के लिए आरा मशीनों और अन्य अतिक्रमण को हटाना आवश्यक है।

स्टील ब्रिज का निर्माण सुभाष नगर से एम्स के बीच दो स्टील ब्रिज बनाए गए हैं। 4 सितंबर को 65 मीटर लंबा और 400 टन वजनी ब्रिज स्ट्रक्चर रेलवे ट्रैक पर स्थापित किया गया। यह कार्य केवल 3 घंटे में पूरा हुआ। दूसरा कंपोजिट ब्रिज भी हाल ही में तैयार हो गया है, जिससे होशंगाबाद रोड का ट्रैफिक आसान हो गया है।

source internet साभार…

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