छोटे बच्चे को जैसा संस्कार दिया जाता है बच्चे वैसा ही बनते हैं इसलिए कहा जाता है कि घर में हमेशा सकारात्मक माहौल बनाकर रखें. बच्चों का पहला पाठशाला उनका घर होता है और बच्चे घर में जो बातें सीखते हैं बड़ा होकर वही काम करते हैं और वैसे ही पढ़ लेते हैं.
आप अगर हमेशा अपने घर में लड़ाई झगड़ा का माहौल बना कर रखेंगे तो आपके बच्चे बड़े होकर वैसे ही बातें सीखेंगे और वह भी लड़ाई झगड़ा में ज्यादा विश्वास रखेंगे. वहीं अगर आप अपने घर में सकारात्मक माहौल बनाकर रखेंगे तो आपका बच्चा सकारात्मक माहौल में बड़ा होगा और बड़ा होकर हमेशा वैसा ही काम करेगा.
माता-पिता को बच्चों के सामने भूलकर भी नहीं करनी चाहिए ऐसी बातें, वरना खत्म हो जाता है बच्चों का करियर
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संतान की पहली पाठशाला उसका घर ही होता है. इसलिए घर का माहौल सदैव ठीक रखना चाहिए. जिस घर में आए दिन बच्चों के सामने विवाद, गलत आचरण किया जाता है उनकी मानसिक स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ता है और वह ऐसा ही सीखते हैं.
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माता-पिता बच्चों के सामने झूठ और दिखावा कभी न करें. ऐसा करने पर आप उन्हें अपने झूठ में शामिल करेंगे तो उनकी नजर में आपकी छवि भी खराब होगी और आगे चलकर वह भी ऐसा ही व्यवहार करेगा.
बच्चों के सामने कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए क्योंकि आप अगर बच्चों के सामने झूठ बोलेंगे तो आपका बच्चा झूठ बोलना सीखे गा और इससे बच्चे बड़े होकर झूठे बन जाएंगे. आपको अपने बच्चे के सामने हमेशा सच बोलना चाहिए साथ ही 7 बच्चे के सामने कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिसका बच्चे पर नकारात्मक असर हो.