तीसरी बार बैतूल को मिल सकती महिला उम्मीदवार
Lok Sabha Chunav – बैतूल – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले लोकसभा सत्र में महिला आरक्षण विधेयक को स्वीकृति दिलवाई गई थी। लेकिन उसे कार्य रूप में परिणित करने के लिए 2029 के लोकसभा चुनाव की समय सीमा रखी गई थी। क्योंकि 2024 के चुनाव निकट थे और इस विधेयक को चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा क्षेत्रों के परिसीमन और महिलाओं के लिए क्षेत्र आरक्षण करने में समय की कमी थी। मिली जानकारी के अनुसार भाजपा हाईकमान इस महिला आरक्षण के मद्देनजर यह प्रयास कर रही है कि 2024 के ही लोकसभा चुनाव में देश के अधिक से अधिक क्षेत्रों से महिलाओं को प्रतिनिधित्व मिल सके।
इन सीटों से लड़ सकती हैं महिलाएं | Lok Sabha Chunav
मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में लगभग 10 क्षेत्रों में भाजपा महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतार सकती है। खबरवाणी को विभिन्न स्त्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार इनमें बैतूल, जबलपुर, इंदौर, टीकमगढ़, शहडोल, सतना, खरगौन, विदिशा, मंडला,एवं मुरैना से भाजपा महिला उम्मीदवार पर दांव खेल सकती है। वैसे भी जिस तरह से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चौंकाने वाले निर्णय लेने के लिए चर्चित हैं उसके अनुसार अब भाजपा में सब संभव है। इसी तरह से मध्यप्रदेश के मंत्री मंडल में भी मंत्रियों के चयन में महिला नेत्रियों का विशेष ध्यान रखा गया है जिनमें कई तो पहली बार विधायक निर्वाचित हुई हैं। इसी तरह से अभी वर्तमान में मध्यप्रदेश से राज्यसभा से निर्वाचित होने वाले सदस्यों में महिलाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। जिनमें संपतिया उइके, कविता पाटीदार और माया नरोलिया जैसे नाम शामिल है।
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ज्योति धुर्वे को मिल सकता है तीसरा अवसर
बैतूल-हरदा, हरसूद संसदीय सीट पिछले 70 वर्षों में पहली बार 2009 में अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हुई है। 2009, 2014 एवं 2019 में इसी वर्ग से सांसद निर्वाचित हुआ है। बैतूल को पहली महिला सांसद के रूप में अनुसूचित जनजाति की ज्योति धुर्वे को भाजपा ने दो बार अवसर दिया और दोनों ही बार वे अच्छे अंतर से चुनाव जीतकर सांसद बनी। 2014 के दूसरे चुनाव में तो जीतकर भाजपा के तत्कालिन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की कमेटी में राष्ट्रीय सचिव के पद तक पहुंची। बताया जा रहा है कि उनके खिलाफ जो गैर आदिवासी का ठप्पा लगा था वह मामला भी ठण्डा हो गया है। बताया जा रहा है कि एक बार फिर ज्योति धुर्वे को 2024 के इस लोकसभा चुनाव में मौका दिया जा सकता है।
विधायक का भी हो सकता प्रमोशन | Lok Sabha Chunav
अपने जीवन का पहला चुनाव लड़ने वाली आदिवासी वर्ग की महिला उम्मीदवार गंगाबाई सज्जनसिंह उइके के भी पदोन्नत होने के अवसर दिखाई दे रहे हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में घोड़ाडोंगरी सीट से भाजपा उम्मीदवार बनाई गई गंगाबाई ने कांग्रेस के उम्मीदवार को चुनाव हराकर कांग्रेस से यह सीट छीन ली। बताया जा रहा है कि यदि इस बार भाजपा ने बैतूल संसदीय सीट से महिला उम्मीदवार बनाने का मन बना लिया तो गंगाबाई का प्रमोशन हो सकता है। और उन्हें जिले की दूसरी महिला उम्मीदवार के रूप में भाजपा से लोकसभा चुनाव लड़ने का अवसर प्राप्त हो सकता है।
ये आदिवासी नेत्रियों भी हैं सक्रिय
ज्योति धुर्वे और गंगाबाई उइके के अलावा जिले में अनुसूचित जनजाति वर्ग में घोड़ाडोंगरी क्षेत्र की पूर्व विधायक गीताबाई रामजीलाल उइके भी सक्रिय हैं। इसके अलावा कई युवा आदिवासी महिलाएं भी भाजपा के लिए काम कर रही हैं जिनमें कई जुझारू महिलाएं जिला पंचायत सदस्य भी निर्वाचित हुई हैं। इनमें पहला नाम दूरस्थ अंचल भीमपुर क्षेत्र की सोनू सुनील भलावी का नाम आता है। इनके अलावा चिल्लौर भैंसदेही क्षेत्र से भी जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुई रेखा रवि पांसे इसी भैंसदेही विधानसभा के खामला की जिला पंचायत सदस्य हुई सुमन रामकिशोर अखंडे और घोड़ाडोंगरी क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य सावित्री शिवराज उइके शामिल हैं।