टाईपिंग के लिए गई सूची हो गई थी जारी
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List Cancelled – बैतूल – प्रदेश के भावी विधानसभा चुनाव को लेकर एक तरफ सत्तारूढ़ दल भाजपा ने राजनैतिक इतिहास में नई परंपरा का निर्वहन करते हुए चुनाव के तीन महीने पहले ही 230 में से 39 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी और इस सूची में से लगभग 10 विधानसभा क्षेत्रों में घोषित प्रत्याशियों का सार्वजनिक विरोध भी हुआ लेकिन भाजपा का कहना था कि घोषित नाम बदले नहीं जाएंगे।
दूसरी तरफ प्रमुख विपक्षी दल और प्रदेश में लंबे समय तक सत्तारूढ़ रही कांग्रेस ने उम्मीदवारों की सूची जारी करना तो दूर पदाधिकारियों की सूची जारी करने के बाद तथाकथित गुटबाजी और विवाद बढऩे पर निरस्त करने की मीडिया में घोषणा की।
कुछ समय पहले कांग्रेस हाईकमान ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ आदिवासी नेता तथा वर्तमान में विधायक कांतिलाल भूरिया को मध्यप्रदेश चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया था। अध्यक्ष बनने के लगभग डेढ़ माह बाद श्री भूरिया ने मध्यप्रदेश के 49 जिलों में जिला स्तर पर चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के लिए सूची जारी कर दी।
श्री भूरिया के हस्ताक्षर से जारी सूची की प्रतिलिपि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ एवं कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य दिग्विजय सिंह को भेजना अंकित करना दिख रहा है।
गलतफहमी में जारी हो गई सूची | List Cancelled
राजधानी के मीडिया में जो खबरें बाहर आई हैं उसके अनुसार प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया का यह कहना है कि चुनाव समिति के जिलाध्यक्षों के लिए नामों की चर्चा हुई थी लेकिन गलतफहमी में यह सूची जारी हो गई। अब कमलनाथ और दिग्विजय सिंह चर्चा कर फिर सूची जारी की जाएगी। वायरल हुई सूची निरस्त कर दी गई है। अभी हम फिर नाम जारी करेंगे और यह तब तक जारी करेंगे इसकी कोई समय सीमा नहीं है।
टाईपिंग के लिए भेजी थी हो गई वायरल
मीडिया में चर्चा के अनुसार कांतिलाल भूरिया का यह भी कहना है कि जिलाध्यक्षों की सूची प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में टाईप करने के लिए भेजी गई थी। और जिसके हाथ में यह सूची थी उसी से उसे जारी कर दी लेकिन हमने अधिकृत रूप से यह सूची जारी नहीं की है। भूरिया ने यह भी माना कि गलत फहमी में यह सूची जारी कर दी है।
गुटबाजी के चलते जारी सूची रोकी | List Cancelled
जिस तरह से चुनाव के दौर में कांग्रेस ने जिला चुनाव अभियान समिति के अध्यक्षों की सूची तथाकथित रूप से जारी होने के बाद रोकी है उससे यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस में गुटबाजी थम नहीं रही है। इसीलिए अपने-अपने समर्थकों को अधिक से अधिक एडजस्ट करने के फेर में यह सूची विवादों में आ गई और अब दुबारा नए नाम के साथ यह सूची जारी होने की संभावना है।
बैतूल से पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे के कट्टर समर्थक एवं प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि नवनीत मालवीय को इस वायरल सूची के अनुसार चुनाव अभियान समिति का जिलाध्यक्ष बनाया था। सूची निरस्त को लेकर प्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह का पक्ष जानने की कोशिश लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।
इनका कहना…
इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस संगठन प्रभारी राजीव सिंह से चर्चा कर सकते हैं। वे ही इस मामले में स्थिति स्पष्ट कर सकते हैं ।
समीर खान, महामंत्री प्रदेश कांग्रेस
यह प्रदेश स्तर का मामला है इसकी मुझे जानकारी नहीं है इसलिए मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।