बैतूल जिले में भी कम हुई 6174 हितग्राही
Ladli Behna Yojana – बैतूल – मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने में गेम चेंजर बनी लाड़ली बहना योजना में अब छंटनी होना शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस महत्वाकांक्षी योजना ने विधानसभा चुनाव 2023 में एकतरफा जीत दिलाई तो वहीं लोकसभा 2024 के चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया। इस लोकसभा चुनाव में भी लाड़ली बहना योजना का ही फैक्टर जमकर चला। इस योजना से सरकार पर 1579 करोड़ रुपए का खर्च हर माह आ रहा है। इस योजना में शिवराज सरकार के समय लाड़ली बहनों की संख्या जहां 1 करोड़ 31 लाख थी वहीं अब यह घटकर 1 करोड़ 29 लाख हो गई है।
बैतूल में हुई छंटनी | Ladli Behna Yojana
लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत बैतूल जिले में 2 लाख 81 हजार 527 पात्र हितग्राही थीं। अब इनकी विभिन्न कारणों से छंटनी शुरू हो गई है। जुलाई माह में 2 लाख 75 हजार 353 लाड़ली बहना लाभान्वित हुई हैं। इनमें 6174 हितग्राही महिलाओं की संख्या कम हो गई है। जहां इस योजना में लाड़ली बहनों को 1 हजार रुपए से 3 हजार रुपए तक का लाभ पहुंचाए जाने की घोषणा विधानसभा चुनाव के पहले तत्कालिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी। विधानसभा चुनाव होने के 8 माह बाद भी महिलाओं के खाते में सिर्फ 1250 रुपए ही आ रहे हैं।
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इन कारणों से हुई छंटनी
6 हजार 174 लाड़ली बहनों की छंटनी हुई है जिसको लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार 417 अपात्र पाई गई हैं। 337 ने लाभ का परित्याग कर दिया है। 80 लाड़ली बहनों की मौत हो गई है। 108 हितग्राही महिलाओं के नाम समग्र आईडी से डिलिट हो गए हैं। 206 महिलाओं को इसलिए लाभ नहीं मिल रहा क्योंकि उनका आधार समग्र आईडी से लिंक नहीं है। 3186 हितग्राहियों के नाम इसलिए काटे गए क्योंकि 1 जनवरी 2024 को उनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक की हो गई। 6 हितग्राही महिलाओं के प्रकरण में आपत्तियां आने के कारण निराकरण हेतु पेंडिंग है। 482 एवं 1352 हितग्राही महिलाओं के भुगतान विभिन्न कारणों से नहीं हो पा रहे हैं जिसमें बैंक खाते में त्रुटियां पाई गई हैं।
प्रदेश में भी हुई संख्या कम | Ladli Behna Yojana
भाजपा के लिए वरदान साबित हुई लाड़ली बहना योजना में प्रदेश से लेकर जिले तक विभिन्न कारणों से हो रही छंटनी के चलते लगातार महिला हितग्राहियों की संख्या कम होती जा रही है। चुनाव के पहले जहां लाड़ली बहना योजना से वंचित रह गई महिलाओं को आश्वासन दिया गया था कि जो महिलाएं छूट गई हैं उनके भी फार्म भरवाए जाएंगे। फार्म भरवाने की बात तो दूर जिन्होंने फार्म भरने थे उनके भी नाम कटने लगे हैं। बैतूल ही नहीं अगर पूरे प्रदेश की बात करें तो योजना शुरू होने के समय लाभार्थी महिलाओं की संख्या जहां 1 करोड़ 31 लाख थी वहीं अब यह घटकर 1 करोड़ 29 लाख हो गई है।
इनका कहना…
विभिन्न कारणों से लाड़ली बहना योजना की हितग्राही महिलाओं के नाम कट रहे हैं। बैंक के कारण जिनके नाम कटे हैं उनकी त्रुटि दूर होने पर उन्हें लाभ दिया जाएगा।
गौतम अधिकारी, डीपीओ, बैतूल