मुलताई – लद्दाख में जवानों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर श्योक नदी में 50 से 60 फीट नीचे गिर जाने से बस में सवार जहां 7 जवानों की मौत हो गई थी, वहीं 19 जवान घायल हो गए हैं। घायलों में एक जवान मुलताई क्षेत्र के बिसनूर निवासी गुरुदयाल साहू भी शामिल थे।जिनकी शहादत हुई है।
नागपुर से उनका पार्थिव शरीर रविवार को हाइवे से होता हुआ बिसनुर के लिए रवाना हुआ। मुलताई में जगह-जगह लोगो ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी शहादत को याद किया। मुलताई से लेकर बिसनुर तक हर गांव में लोग वीर शहीद गुरुदयाल को अंतिम विदाई देने के लिए फूल मलाये लेकर खड़े थे। जगह-जगह, गांव-गांव में उनको लोगो ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
मुलताई में साहू समाज, पूर्व सैनिक संघ सहित आम लोगो ने उनको अंतिम विदाई दी। बिसनुर में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
नितेश साहू, बबलू साहू सहित अन्य लोगों ने बताया कि बिसनूर के गुरुदयाल 20 सालो से देश की सेवा कर रहे थे। उनकी शहादत पर पूरे देश को गर्व है। उनकी शहादत को हर कोई याद रखेगा।
मुलताई में सेना के वाहन से शव पहुँचेगा गांव
नागपुर से शहीद का शव मुलताई तक एंबुलेंस से लाया गया। वहीं मुलताई में उनके शव को सेना के वाहन में रखकर गांव तक पहुंचाया जाएगा। मासोद रोड पर बड़ी संख्या में लोग उन को अंतिम विदाई देने के थे एवं भारत माता की जय के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज गया।