सीएमओ ने कहा करवा रहे जांच
Laal Pani Ka Video – बैतूल – एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार स्वच्छता को लेकर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है और इस स्वच्छता अभियान के चलते शहरों में सफाई बढ़ी है और कचरा उठाने के लिए वाहन घर-घर घूम रहे हैं। इसके बावजूद कुछ असामाजिक तत्व अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। और नदी-नालों को प्रदूषित कर रहे हैं। शहर के लगभग 15 वार्डों से गुजरने वाला हाथी नाला रेलवे अंडरब्रिज के पास से जाकर माचना नदी में मिलता है।
इस नाले को लोगों ने कचरा घर बना लिया है। हद तो तब हो गई जब आज सुबह हाथी नाले में लाल रंग का पानी बहता नजर आया। लोगों के लिए यह कौतुहल का विषय बन गया कि आखिर पानी लाल कैसे हो गया?
आज सुबह कुछ लोगों ने देखा कि हाथी नाले का पानी बिल्कुल सुर्ख लाल रंग का बह रहा है। तो कई लोगों को आश्चर्य हुआ कि आखिर पानी इतना लाल कैसे हो गया? और लगातार बहता जा रहा है। लोगों ने हाथी नाले के आगे-पीछे जाकर देखा तो यह पानी हाऊसिंग बोर्ड कालोनी के पीछे से लाल रंग का हुआ और आगे तक बहता गया। पानी का रंग दोपहर तक लाल ही रहा।
इस मामले में नगर पालिका बैतूल के सीएमओ अक्षत बुंदेला को जानकारी दी गई उन्होंने भी टीम भेजकर जांच कराई जिसमें पाया गया कि हाऊसिंग बोर्ड कालोनी के पीछे नाले के किनारे कुछ बोरियां पड़ी हैं संभावना जताई जा रही है कि इन बोरियों में जो पदार्थ था वह बारिश के कारण पानी में मिल गया और पानी लाल हो गया।
आखिर क्या था बोरियों में? | Laal Pani Ka Video
नगर पालिका सीएमओ अक्षत बुंदेला ने टीम को भेजकर जांच कराई जिसमें यह तथ्य सामने आया है कि हाऊसिंग बोर्ड के पीछे नाले किनारे बोरियां पड़ी हैं। और इन्हीं बोरियों में रखे पदार्थ के कारण पानी लाल हुआ है। अब सवाल इस बात है कि आखिर इन बोरियों में ऐसा क्या था जिससे पानी का रंग लाल हो गया। अगर ऐसा कोई कलर था जिसमें कैमिकल की मात्रा हो और यह पानी इससे प्रदूषित हो गया क्योंकि हाथी नाले का पानी आगे जाकर माचना नदी में मिलता है।
इसलिए जरूरी यह भी है कि इस पानी की भी जांच होनी चाहिए कि आखिर किन कारणों से इसका कलर लाल हुआ है। और कहीं इस पानी का पशु या इंसानों पर कोई दुष्प्रभाव तो नहीं पड़ रहा है। यह भी जरूरी है कि जिस भी व्यक्ति ने यह बोरियां नाले किनारे फेंकी है उसके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए। हालांकि नगर पालिका इस मामले में जांच करवाने की बात कर रही है।
पहली बार देखा लाल पानी

गंज निवासी अशोक पाठेकर का कहना है कि उन्होंने पहली बार हाथी नाले में इस तरह का लाल रंग का पानी देखा है। उन्होंने बताया कि जब हम नाले तरफ गए तो नाले में लाल रंग का पानी बहता देखा। यह नहीं पता कि पानी कहां से आ रहा है और लाल कैसे हो गया? उन्होंने यह भी कहा कि जिसने भी इस तरह का कुछ सामान फेंका जिससे पानी का रंग लाल हुआ है वह गलत है और इसकी जांच होनी चाहिए।
हजारों थर्माकोल टुकड़े आए थे नाले में | Laal Pani Ka Video

कुछ दिन पहले पहली बरसात में ही हजारों थर्माकोल के टुकड़े इस नाले में बहकर डॉ. मुले नर्सिंग होम के पास पुलिया के पास रूक गए थे और पुलिया के पाइपों का मुंह बंद हो गया था। इससे शहर में बाढ़ के हालात पैदा हो गए थे। तब नपा से आई जेसीबी ने तत्काल इस स्थान पर सफाई करी और हजारों थर्माकोल के टुकड़े उठवाए। अब इसी नाले में यह कैमिकल वाला पानी नई समस्या पैदा कर सकता है।